भारत के लिए मंगलवार का दिन काफी अहम रहा. इंडियन एयर फोर्स के जवानों ने हवाई सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देते हुए पाकिस्तान में आतंकवादियों के कई बेस कैंप उड़ा दिए. इसमें करीब 300 आतंकियों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है. देश भर में वायुसेना की बहादुरी का जश्न मनाया जा रहा है. बॉलीवुड में वायुसेना को लेकर समय समय पर फ़िल्में बनती रही हैं. इन फिल्मों में सेना की बहादुरी और उनकी लाइफ स्टाइल को दिखाया जाता रहा है.
राज कपूर, राजेन्द्र कुमार और वैजयंती माला की संगम को भला कौन भूल सकता है. ये इंडियन एयर फ़ोर्स के पायलट की जिंदगी पर आधारित क्लासिक रोमांटिक है. संगम 1964 में रिलीज हुई थी. इसका निर्देशन राज कपूर ने किया था. फिल्म की कहानी को राज आनंद ने लिखा था और इसे महबूब स्टूडियो और फ़िल्मीस्तान ने प्रोड्यूस ककिया था.
संगम राज कपूर की पहली कलर फिल्म थी और इसे राज कपूर के करियर की बेहतरीन फिल्मों में शुमार किया जाता है. इस फिल्म के काफी हिस्से विदेशों में शूट किए गए थे. सोवियत युनियन, टर्की, बुल्गारिया, ग्रीस और हंगरी में रिलीज किया गया था. फिल्म की कहानी तीन दोस्तों सुंदर (राज कपूर), गोपाल (राजेन्द्र कुमार) और राधा (वैजयंतीमाला) पर आधारित है.
तीनों बचपन से गहरे दोस्त रहते हैं. सुंदर, राधा को प्यार करता है. लेकिन राधा गोपाल को चाहती है. गोपाल भी राधा को चाहता है. लेकिन जब गोपाल को राधा के प्रति सुंदर की फीलिंग्स का पता चलता है तब वह अपने दोस्त के लिए पीछे हटजाता है. इसी बीच कश्मीर में इंडियन एयर फ़ोर्स के एक मिशन के लिए सुंदर को जाना पड़ता है. इसके बाद मिशन में सुंदर के मारे जाने की खबर सामने आती है. इस खबर के बाद गोपाल और राधा की नजदीकियां बढ़ जाती हैं. सुंदर मिशन में मरा नहीं है. एक दिन अचानक वह वापस लौट आता है. फिर प्रेम त्रिकोण की कहानी में तमाम उतार चढ़ाव देखने को मिलते हैं.
ये फिल्म अपने जमाने में सुपरहिट थी. इसे कई सारे अवॉर्ड भी मिले थे. बॉक्स ऑफिस पर भी ये फिल्म काफी सक्सेस हुई थी.
ये फिल्म 23 सितंबर, 2011 को रिलीज की गई थी. फिल्म की कहानी 1992 से 2002 के बीच की है. कहानी उस दौरान की है जब बाबरी मस्जिद विध्वंश, कारगिल वॉर, 9/11 अटैक और गुजरात में गोधरा रॉइट्स हुए थे. फिल्म एक पंजाबी लड़के हरिंदर सिंह और कश्मीरी लड़की अयात की प्रेम कहानी है. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे हरिंदर और अयात की प्रेम कहानी बदलती है और हालात की मजबूरी की वजह से दोनों का मिलना-बिछड़ना उनके रिश्ते में खलल पैदा कर देता है.
फिल्म में रिश्तों के बदलते मैसम को दिखाया गया है. इसकी कहानी काफी इमोशनल है. सोनम और शाहिद के किरदार को एक दूसरे से प्यार हो जाता है. कुछ समय बाद सोनम शाहिद को एक लेटर लिख कर शहर छोड़कर चली जाती है. काफी लंबे वक्त बाद दोनों फिर से टकराते हैं और शादी कर लेते हैं. इसके बाद युद्ध के दौरान शाहिद, सोनम को बिना बताए बस एक लेटर छोड़ वहां से युद्ध के लिए चले जाते हैं और अफसोस कि वहां से कभी बाहर नहीं लौट पाते. इस रिश्ते की गहराई लोगों के मन को भिगो देती है. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर औसत प्रदर्शन किया था. इसके गाने सुपरहिट रहे थे.