दुनिया भर में फिल्मों में सबसे प्रतिष्ठित अवार्ड ऑस्कर माने जाते हैं. इसमें फोरेन लैंग्वेज फिल्म कैटेगरी के लिए ऑस्कर कमेटी को पूरी दुनिया से एंट्रीज मिलती हैं. 'विसारनाई' से पहले भारत से केवल 3 फिल्मों को फॉरेन केटेगरी में नामांकन मिला है.
Oscars में भारत भी हर साल ऑस्कर में एंट्री भेजता है पर अभी तक इस अवाॅर्ड का इंतजार है. आपको जानकर हैरानी होगी कि 1957 से अब तक केवल चार फिल्में ही ऐसी हैं जिन्हें ऑस्कर में नॉमिनेट किया गया है.
मदर इंडिया (हिंदी)-1957
मदर इंडिया का निर्देशन महबूब खान ने किया था. इसमें नरगिस, सुनील दत्त, राजेंद्र कुमार और राज कुमार मुख्य भूमिकाओं में थे. यह एक ऐसी ग्रामीण महिला की कहानी थी, जो बेहद गरीबी में और पति की गैर-मौजूदगी में अपने बच्चे के पालन-पोषण के लिए कई कठिनाइयों का सामना करती है. यह उस समय की सबसे हिट फिल्म थी. भारत ने पहली बार एकेडमी अवॉर्ड फॉर बेस्ट फॉरेन फिल्म श्रेणी के लिए इस फिल्म को ऑस्कर भेजा था, जहां फिल्म को नॉमिनेशन मिला था.
सलाम बॉम्बे (हिंदी)- 1988
यह फिल्म मीरा नायर ने निर्देशित की थी. इसमें शफीक सईद, हंसा विट्ठल, चंद्र शर्मा, रघुवीर यादव, अनीता कंवर, नाना पाटेकर की मुख्य भूमिका थी. बांबे में सड़क पर रहने वाले बच्चों पर आधारित इस फिल्म को बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवार्ड मिला था. इसे कई अंतरराष्ट्रीय अवार्ड भी मिले. न्यूयार्क टाइम्स ने इस फिल्म को 'द बेस्ट 1000 मूवीज एवर मेड' की लिस्ट में शामिल किया था. इसे भी अकेडमी अवॉर्ड फॉर बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म कैटेगरी में नामांकित किया गया था.