पुणे के बाद अब निर्देशक मधुर भंडारकर की फिल्म 'इंदु सरकार' की अगली प्रेस कांफ्रेंस महाराष्ट्र के नागपुर में होनी थी. यहां भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का विरोध किया.
नागपुर के पोर्टो होटल में ये प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाने वाली थी लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस के ठीक पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद ये प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी गई.
Maharashtra: Congress workers protest against Madhur Bhandarkar's film #InduSarkar in Nagpur pic.twitter.com/IGKNvF1B1B
— ANI (@ANI_news) July 16, 2017
फिल्म इंदु सरकार की मुश्किलें बढ़ीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन
मधुर भंडारकर अपनी टीम के साथ बीच रास्ते से ही लौट गए. मधुर ने राहुल गांधी को ट्वीट कर पूछा कि क्या उन्हें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है.
Dear @OfficeOfRG after Pune I have 2 cancel today's PressCon at Nagpur.Do you approve this hooliganism? Can I have my Freedom of Expression? pic.twitter.com/y44DXiOOgp
— Madhur Bhandarkar (@imbhandarkar) July 16, 2017
आपको बता दें कि शनिवार को फिल्म की प्रमोशन के लिए पूरी स्टारकास्ट पुणे पहुंची थी, लेकिन स्टारकास्ट के वहां पहुंचने से पहले ही कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता वहां पहुंच गए. वह मधुर भंडारकर से मिलने की बात करने लगे जिसके बाद सुरक्षा कारणों से प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाल दिया गया.
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फिल्म की टीम पहले जहां प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली थी, कांग्रेस के कार्यकर्ता उस जगह प्रदर्शन करने पहुंचे, लेकिन जब फिल्म की टीम वहां नहीं आई तो कार्यकर्ता पुणे के होटल ग्राउंड प्लाजा पहुंचे. यहां पर फिल्म के कलाकार और निर्देशक मौजूद थे. होटल की लॉबी में कांग्रेस कार्यकर्ता मधुर भंडारकर का इंतजार करने लगे जिस वजह से आनन फानन में पुणे पुलिस मौके पर पहुंची.
गौरतलब है कि फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के बाद से ही फिल्म को देशभर में काफी विरोध झेलना पड़ रहा है. ये विरोध इतना ज्यादा है कि लीगल नोटिस से लेकर, पुतला फूंकने तक मधुर भंडारकर को काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
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मधुर पर ये भी आरोप लगाया गया है कि वो मोदी के समर्थक हैं, इसलिए विपक्ष को जवाब देने के मकसद से फिल्म को बीजेपी का समर्थन मिल रहा है. मधुर ने इस बात को खारिज करते हुए बताया- 'अगर ऐसा होता तो मेरी फिल्म में 17 कट्स नहीं लगाए जा रहे होते. मुझे सेंसर बोर्ड आसानी से सर्टीफिकेट दे देती. मुझे 'आरएसस', 'कम्यूनिस्ट', 'किशोर कुमार', 'अकाली' और 'जेपी नारायण' जैसे शब्द हटाने को बोला गया है. लोगों ने सिर्फ ट्रेलर देखकर ही बवाल कर दिया है.' फिल्म 28 जुलाई को रिलीज होगी.