इंडियन प्रीमियर लीग का ग्लैमर भले ही फिल्मी सितारों को लुभाता रहा हो लेकिन तमाशाई क्रिकेट की यह सुपरहिट लीग असल में बालीवुड के लिये ‘खलनायक’ बनती जा रही है.
शाहरूख खान, प्रीति जिंटा, शिल्पा शेट्टी और कैटरीना कैफ जैसे सितारों का जमघट स्टेडियम में देखने को मिलता है लेकिन सिनेमाघर दर्शकों के लिये तरसते रह जाते हैं. इस सालाना टूर्नामेंट के दौरान प्रदर्शित फिल्मों का हश्र देखते हुए जहां बड़े सितारों की फिल्मों की रिलीज टालनी पड़ रही है , वहीं बालीवुड के व्यवसाय पर भी इसका बुरा असर पड़ा है.
जाने माने फिल्म समीक्षक तरन आदर्श भी इस बात से पूरा इत्तेफाक रखते हैं कि आईपीएल बालीवुड फिल्मों के लिये खलनायक की भूमिका निभा रहा है. यही कारण है कि निर्माता और निर्देशक अपनी फिल्म को आईपीएल के दौरान पर्दे पर उतारने से पहले दस बार सोचते हैं.
फिल्म समीक्षक तरन आदर्श ने कहा, ‘‘ आईपीएल बालीवुड फिल्मों के लिये विलेन :खलनायक: साबित हो रहा है. आईपीएल के दौरान फिल्म रिलीज करना मुश्किल होता है और खास बात यह है कि इस साल तो फिल्मों के शो भी नहीं हो रहे हैं.’’ इस साल जब से आईपीएल शुरू हुआ है तब से (12 मार्च) कोई बड़े बजट की फिल्म सिनेमा घरों में नही उतरी है. आलम ये है कि साजिद खान की ‘हाउसफुल’ और रितिक रोशन की ‘काइट्स’ भी आईपीएल के बाद ही रिलीज होंगी. विक्रम भट्ट की ‘शापित’, दिबाकर बनर्जी की ‘लव, सेक्स और धोखा’ , राजकंवर की ‘सदियां’ जैसी फिल्में बाक्स आफिस पर औंधे मुंह गिरी हैं.