scorecardresearch
 

अमिताभ बच्चन को डायरेक्ट करने का है सपना: निशिकांत कामत

डायरेक्टर निशिकांत कामत जिन्होंने 'मुंबई मेरी जान', 'फोर्स' , 'लय भारी' जैसी बेहतरीन फिल्में बनायी हैं. निशिकांत की अजय देवगन के साथ बनाई फिल्म 'दृश्यम' फिल्म रिलीज होने वाली है.

Advertisement
X
निशिकांत कामत (फाइल फोटो)
निशिकांत कामत (फाइल फोटो)

डायरेक्टर निशिकांत कामत जिन्होंने 'मुंबई मेरी जान', 'फोर्स' , 'लय भारी' जैसी बेहतरीन फिल्में बनायी हैं. निशिकांत की अजय देवगन के साथ बनाई फिल्म 'दृश्यम' फिल्म रिलीज होने वाली है. इसी सिलसिले में निशिकांत से बात की हमारी टीम ने. आईये जानते हैं निशिकांत की इस फिल्म के बारे में.

Advertisement

फिल्म 'दृश्यम' की नींव कैसे पड़ी?
मैं हैदराबाद में किसी फिल्म की शूटिंग कर रहा था तभी 'वायकॉम' की तरफ से मुझे साउथ में बनी 'दृश्यम' की डीवीडी देकर उन्होंने कहा कि एक बार आप ये फिल्म देखिये. मैंने 8 दिन बाद उस फिल्म को देखा. फिल्म का स्क्रीनप्ले मुझे बहुत पसंद आया. सस्पेंस थ्रिलर मैंने कभी नहीं बनायी थी तो सोचा की ये फिल्म जरूर बनाऊंगा.

अजय देवगन किस तरह से फिल्म में आये?
'वायकॉम' की तरफ से अजय देवगन को भी इस फिल्म के बारे में बताया गया था और मैंने जब अजय को फोन किया तो उन्होंने कहा की 'चलो करते हैं'. बस उन्होंने स्किप्ट भी नहीं सुनी और कॉफी पीते-पीते बस फिल्म की शुरुआत हो गयी.

आपने अभी तक इस तरह की फिल्म नहीं बनाई है?
जी, मैंने 'डोम्बिवली फास्ट' 'फोर्स' 'लय भारी' जैसी फिल्में बनाने के बाद पहली बार सस्पेंस थ्रिलर बनाने की कोशिश की है. मुझे प्रयोग करना पसंद है.

Advertisement

आजकल कट-टू-कट फिल्में देखना पसंद किया जाता है, 'दृश्यम' कैसी बनाई गई है?
यह लगभग ढाई घंटे की फिल्म है. मुझे भरोसा है की फिल्म की अवधि ज्यादा प्रभावित नहीं करेगी क्योंकि खराब फिल्म होती है तो छोटी भी बड़ी लगती है और अच्छी फिल्म कितनी भी बड़ी हो उसमें बोरियत नहीं होती.

क्या आप 100 -200 करोड़ वाली फिल्मों में यकीन रखते हैं?
मैं कभी भी नंबर गेम के पीछे नहीं पड़ा. मैं उस गली में जाता भी नहीं हूं. मुझे फिल्में बनाना पसंद है और वही काम करता हूं. बाकी ऊपर वाला मालिक है.

फिल्म बनाने से पहले क्या कभी आप दर्शकों की तरफ से भी सोचते हैं?
मैं दर्शकों की सोच से ही फिल्में बनाता हूं. मेरी 8 फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस किया है. शूटिंग के दौरान मैं हमेशा सोचता हूं कि इस पल दर्शक क्या सोच रहा होगा. मैं उनकी सोच के हिसाब से ही चलता हूं.

आपकी जॉन के साथ दूसरी फिल्म बन रही है, इरफान के साथ दूसरी साथ ही रितेश के साथ भी आप दूसरी फिल्म बनाने वाले हैं, क्या अजय देवगन के साथ भी आपकी दूसरी फिल्म की बातचीत चल रही है?
अजय से मेरी बात चल रही है. हम दोनों एक अच्छे से विषय के लिए इन्तजार कर रहे हैं.

Advertisement

आप 'फोर्स' की सीक्वल कर रहे हैं?
नहीं , मैं 'फोर्स 2 ' नहीं कर रहा, मेरी प्रॉब्लम बोर हो जाना है क्योंकि मुझे सब्जेक्ट को रिपीट करना पसंद नहीं है. मैंने जॉन से कहा कि मैं कुछ और करना चाहता हूँ. तो नया ही करना चाहता हूं.

क्या दृश्यम, साउथ वाली से पूरी तरह मिलती-जुलती है?
नहीं सिर्फ 60 प्रतिशत वैसी है. मैंने 40 प्रतिशत का बदलाव किया है क्योंकि इस फिल्म को आप ज्यादा छेड़ नहीं सकते. फिल्म का स्क्रीनप्ले बहुत ही उम्दा है.

आपने फिल्म '404' में एक्टिंग भी की थी, अब एक्टिंग का मन नहीं करता?
दरअसल एक्टिंग का शौक मुझे हमेशा से रहा है लेकिन वह कभी जूनून नहीं बन पाया. मुझे एक्टिंग के ऑफर्स आये भी थे लेकिन मैंने मना कर दिया था, क्योंकि मैं फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त था और बिल्कुल एक्टिंग नहीं कर पाता.

आपको लगता है कि फिल्मों का श्रेय डायरेक्टर को नहीं बल्कि एक्टर को दिया जाता है?
देखिये वीकेंड पर फिल्म देखने मेरे नाम से तो कोई नहीं आएगा, अगर आपको लाखों लोगों को थिएटर तक लाना चाहते हैं तो स्टार का होना जरूरी है. इसलिए स्टार को क्रेडिट मिलना बिल्कुल सही है. मैं भी बचपन से अमिताभ का बहुत बड़ा फैन रहा हूं. उनकी फिल्में कैसी भी हो आज भी पहला शो देखना पसंद करता हूं.

Advertisement

ऐसा कौन सा एक्टर है जिसे डायरेक्ट करने का आपका सपना है?
मेरा एक ही सपना है, की मैं एक दिन अमिताभ बच्चन को डायरेक्ट करूं. सिर्फ वही एक ऐसे एक्टर हैं जिनको डायरेक्ट करने का मेरा सपना है. बाकी मेरी कोई भी ख्वाहिश नहीं है. एक फिल्म कर लूं तो बहुत है.

आप जॉन के साथ 'रॉकी हैंडसम' फिल्म कर रहे हैं?
जी 'रॉकी हैंडसम' एक एक्शन फिल्म है. इसमें जॉन एक परिवार को बचाने की कोशिश करते हैं और फुल ऑन जबरदस्त एक्शन है. फिल्म पूरी हो चुकी है. फिल्म में जॉन 'रॉकी' का किरदार निभा रहे हैं.

इरफान खान के साथ 'मदारी' फिल्म का क्या कांसेप्ट है?
'मदारी' में एक भी गाना नहीं है, बहुत ही ठहरी हुयी फिल्म है, इरफान खान की एक्टिंग भरपूर देखने को मिलेगी. एक ऐसे आम आदमी की कहानी है जो समाज के मुद्दों से लड़ता है. ठहराव वाली फिल्म है जैसी मैंने 'मुंबई मेरी जान' बनायी थी.

Advertisement
Advertisement