जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी घटना की देशभर में निंदा हो रही है. इस हमले में सीआरपीएफ के 37 जवानों की जान चली गई. हमले के बाद देश में आतंकवाद और पाकिस्तान के प्रति गहरा आक्रोश है. बॉलीवुड सेलिब्रिटीज ने भी घटना की कड़ी निंदा की है. अक्सर पाकिस्तान का दौरा करने वाले उदारवादी जावेद अख्तर ने कहा कि अब ऐसी स्थिति में पाकिस्तान के साथ संबंध रखना मुमकिन नहीं है. ये सब बर्दाश्त से बाहर है.
जावेद अख्तर और शबाना आजमी आने वाले दिनों में कराची आर्ट फेस्टिवल में शामिल होने पाकिस्तान जाने वाले थे, लेकिन इस हमले के बाद उन्होंने अपना ये दौरा रद्द कर दिया. इंडिया टुडे से खास बातचीत में जावेद अख्तर ने कहा, "अब हालात ऐसे हैं कि पाकिस्तान से किसी तरह की बात नहीं की जा सकती."
Kranchi art council had invited. Shabana and me for a two day lit conference about Kaifi Azmi and his poetry . We have cancelled that . In 1965 during the indo Pak war Kaifi saheb had written a poem . “ AUR PHIR KRISHAN NE ARJUN SE KAHA “
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 15, 2019I have a special relation with CRPF. I have written Their anthem Before putting the pen to paper I met a number of CRPF officers n what ever I learned my respect admiration and love for these braves increased by many a fold Today I share the grief of the dear ones of the martyrs
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 14, 2019Will there be no let to these heinous attacks?These mindless killings.this utter disregard for human lives?Extremely shocking news coming from Pulwama.I strongly condemn the worst terror attack on CRPF convoy and stand united with the grieving families
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) February 14, 2019
बता दें कि जावेद अख्तर ने सीआरपीएफ के एंथम को लिखा है. उन्होंने कहा, "जब मुझे इस एंथम को लिखने के लिए कहा गया तो मैंने सीआरपीएफ के जवानों से बातचीत की कि वे क्या करते हैं, कैसे काम करते हैं? इसके बाद मुझे पता चला कि सीआरपीएफ का देश की सुरक्षा में कितना बड़ा योगदान है. मुझे खुद पर शर्म आई कि मैं सीआरपीएफ के बारे में कुछ भी नहीं जानता था."
जावेद अख्तर ने पाकिस्तान आने के न्योता को भी ठुकरा दिया है. उन्होंने लिखा, "कराची आर्ट काउंसिल ने शबाना और मुझे दो दिन पहले कैफी आजमी और उनकी कविताओं के बारे में होने वाले कॉन्फ्रेंस में इंवाइट किया था. हमने इसे कैंसल कर दिया है. 1965 में इंडो पाक युद्ध के दौरान कैफी साहब ने एक कविता लिखी थी ''और फिर कृष्णा ने अर्जुन से कहा''.