एक्ट्रेस जोआ मोरानी, जिन्हें आपने 'ऑलवेज कभी कभी' में देखा था, अब वो 'भाग जॉनी' फिल्म में अहम किरदार निभा रही हैं, उनके पिता करीम मोरानी ,जो शाहरुख खान के काफी करीबी हैं, उनके बारे में और फिल्मी करियर के बारे में जोआ ने हमसे ढेर सारी बात की है, पेश हैं उसी के कुछ मुख्य अंश.
जॉनी के साथ आप भाग रही हैं?
जी हम सब अपनी लाइफ को बचाने के लिए भाग रहे हैं. फिल्म में शुरू से अंत तक भागम दौड़ है.
कहानी क्या है?
मेरा किरदार तानिया का है, जो थाईलैंड में रहती है. अचानक से उसकी जिंदगी में जॉनी आता है और उसके पास कुछ भी चॉइस नहीं है. तानिया की जिंदगी पर ही आधारित कहानी है.
आपके नाम 'जोआ' का मतलब क्या है?
अरबी में इसका मतलब शाइनिंग (चमकने वाली) है. मेरे नाम की एक कहानी है, मेरी मम्मी को पहले से ही पता था की उनकी लडकियां होंगी. मेरे दादा मेरा नाम खेरोनिशा रखना चाह रहे थे, लेकिन
मेरी मम्मी की उनसे लड़ाई हुई और आखिरकार मां की जिद्द हुई और मेरा नाम जोआ रखा गया. कोई कोई तो मुझे जोया, जिया तक बुलाता है, लेकिन अब मैं हार चुकी हूं जिसे जो बुलाना है
बुलाओ.
आपका बचपन कैसा रहा?
जब बच्चे थे, तो पापा (करीम मोरानी) बड़ी सुरक्षा के साथ हमें रखते थे. उन दिनों मुझे याद है जब हम राजा हिन्दुस्तानी के सेट पर महाबलेश्वर गए थे, उन दिनों कुणाल खेमू के ऊपर मेरी चचेरी बहन
को क्रश था. हम स्कूल में थे. तो बस स्कूल की छुट्टियों में ही सेट्स पर जाते थे. फिल्मों का क्रेज बचपन से ही हो गया था.
पसंदीदा एक्टर्स?
मुझे करिश्मा कपूर बहुत पसंद थी. वो डांस बेहतरीन करती थी. मैं उनकी नकल किया करती थी.
जब फिल्मों में आप आने वाली थी तो डैड या शाहरुख खान की तरफ से कोई टिप्स मिली थी?
डैड तो कभी नहीं चाहते थे की मैं कभी भी फिल्मों में आऊं, लेकिन बड़े होने पर जब उन्होंने मेरा रुझान देखा तो उन्होंने हां कह दी. मैं 'ओम शान्ति ओम' पर अस्सिटेंट भी थी. मेरे लिए खान सर
(शाहरुख खान) जी ने कहा था की मैं काफी गंभीर रहती हूं. मैं शाहरुख खान से बहुत ही प्रेरित हूं. किस तरह से वो दिल्ली से मुंबई आए और यहां अपना मुकाम हासिल किया, आज भी वो हरेक काम
काफी जमकर करते हैं. उनकी जिंदादिली से मैं काफी प्रेरित हूं.
'ऑलवेज कभी कभी' के बाद आपने कम फिल्में साइन की हैं?
मैं पिछले दिनों थिएटर कर रही थी, मैं इन दिनों 'ताज महल का उदघाटन' नामक प्ले कर रही हूं. तो फिल्मों के साथ साथ प्ले भी कर रही हूं. मैं वही फिल्म करुंगी जहां मेरा रोल अहम हो.
कम्पीटीशन को कैसे देखती हैं?
अभी सारा नया जनरेशन है. मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है, हर फील्ड में कम्पीटीशन है, इससे और ज्यादा मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है. छोटी बड़ी हर तरह की फिल्में बन रही हैं.