जेपी दत्ता उस समय हैरत में रह गए थे जब उनकी बेटी निधि ने उनसे कहा कि वह ऐक्टिंग करना चाहती हैं. यह बात उन्होंने उस समय कही थी जब वे उमराव जान में असिस्टेंट के तौर पर काम कर रही थीं. उन्होंने बताया कि वे अपनी मम्मी बिंदिया गोस्वामी की तरह कैमरे को फेस करना चाहती हैं.
दो साल की उम्र से ही छैंया-छैंया
निधि कहती हैं, “दो साल की उम्र में मैं डायपर में छैंया छैंया पर नाचती थी. मेरे अंदर लटके-झटके आसानी से आ गए.” निधि की डेब्यू फिल्म जी भर कर जी ले को उनके पिता अपने नए यूथ-सेंट्रिक बैनर जेपी जीन तले प्रोड्यूस कर रहे हैं. फिल्म को बिनॉय गांधी ने डायरेक्ट किया है. निधि बताती हैं, “पापा ने मुहूर्त शॉट लिया जिसमें मुझे उनकी फिल्म रिफ्यूजी की लाइनें बोलनी थीं. वे रोजाना सेट पर रहते थे. एक दिन कैमरे के सामने एक रोमांटिक सीन के दौरान, फिल्म में मेरे हीरो अजीत सोढी (नफीसा अली के बेटे) थे, लेकिन वे पापा को देख अपनी जगह से हिल तक नहीं सके.”
हीरोइन बनने के लिए घटाया वजन
निधि ने कैमरा फेस करने के लिए 20 किलो वजन कम किया है. फिल्म को शुरू होने में छह दिन रह गए थे और निधि ने अपनी टांग पर चोट लगवा ली थी, लेकिन उसके बावजूद भी उन्होंने जिम जाना नहीं छोड़ा. वे बताती हैं, “फिल्म का शुरू होना परियों की कहानी जैसा था. जब दूसरा शेड्यूल शुरू हुआ था तो मुझे बुखार था.” फिल्म 2015 में रिलीज होगी. निधि कहती हैं, “पापा हमेशा कहते हैं कि जो मन हो वही करूं. और इस काम को मैं बहुत पसंद करती हूं. अपनी विरासत को आगे बढ़ाना काफी अच्छा लगता है.” वे कहती हैं कि उन्हें दूसरे बैनर की फिल्में करने में भी कोई ऐतराज नहीं है.
फिल्म में रोल
फिल्म मुंबई, गोवा, हंपी और रोमानिया के कोड ट्रिप पर आधारित है. जी भर कर जी ले में निधि ट्रैवल ब्लॉगर का किरदार निभा रही हैं. फिल्म प्यार और दोस्ती को लेकर है. फिल्म के हीरो अजित के बारे में पूछने पर निधि कहती हैं, “अजित को मैं बचपन से जानती हूं. जब एक दिन मैंने उनसे इस बारे में बात की तो उसे आइडिया जम गया. अजित को बॉर्डर-2 के लिए साइन किया गया था लेकिन वह प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ़ सका. इसलिए इस फिल्म से लॉन्च करने का फैसला लिया गया.”