बॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही का जन्म 17 जनवरी 1918 को यूपी के अमरोहा में हुआ था. वे काफी सख्त स्वभाव के थे. उन्होंने अपने करियर के दौरान केवल 5 फिल्मों का ही निर्देशन किया. कमाल ने मुग्ल-ए-आजम फिल्म के डायलॉग लिखे थे.
कमाल अमरोही और मीना कुमारी की प्रेम कहानी काफी चर्चित रही. मीना कुमारी ने बेहद छोटी उम्र से फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था. महज 7 साल की उम्र से ही वे फिल्मों में आ गई थीं. कमाल अमरोही उनकी अदाकारी से काफी प्रभावित हुए थे. वे उन्हें अपनी फिल्म में लेना चाहते थे, लेकिन उनके सख्त स्वभाव के कारण मीना ने उनके साथ फिल्म में काम नहीं किया.
मगर पिता के दबाव के चलते मीना कुमारी को फिल्म करनी पड़ी. फिल्म तो नहीं बन सकी, लेकिन कमाल अमरोही, मीना कुमारी के दीवाने जरूर हो गए. मीना कुमारी ने भी उनके प्यार को स्वीकार किया. मगर दोनों की शादी होनी मुश्किल थी क्योंकि कमाल पहले से ही शादीशुदा थीं.
बाद में जब दोनों के बीच प्यार बढ़ गया तो बिना शादी के रह पाना कठिन हो चला. मीना के पिता इस शादी के सख्त खिलाफ थे. लेकिन कमाल के दोस्त ने मीना को यह कहकर राजी कर लिया कि वे निकाह कर लें और सही वक्त देखकर अब्बा-अम्मी को भी मना लेंगे. 14 फरवरी, 1952 को दोनों का निकाह हो गया.
कमाल अमरोही और मीना कुमारी के निकाह की कहानी भी दिलचस्प है. दो घंटे के भीतर दोनों का निकाह हुआ था. दरअसल, जिस क्लीनिक में मीना की फिजियोथेरेपी चल रही थी, वहां पिता अली बख्श रोज मीना को रात आठ बजे उनकी बहन मधु के साथ छोड़ देते थे और दस बजे लेने पहुंच जाते थे. 14 फरवरी 1952 को इसी दो घंटे के दौरान मीना का निकाह प्लान किया गया था.
कमाल और मीना की इस शादी को दोनों के ही परिवारवालों ने कभी स्वीकार नहीं किया. आखिरकार इससे तंग आकर कमाल ने मीना को खत में लिख दिया कि वे इस शादी को एक हादसा मान लें. जवाब में मीना ने कहा कि वे उन्हें कभी नहीं समझ पाए, न आगे समझ पाएंगे, अच्छा होगा कि वे उन्हें तलाक दे दें.
माना जाता है कि मीना कुमारी की शोहरत देख कर कमाल उनसे जलने लगे थे. दोनों के रिश्ते में खटास बढ़ती गई. 31 मार्च 1972 को मीना कुमारी ने दुनिया को अलविदा कहा. 11 फरवरी, 1993 में कमाल अमरोही का इंतेकाल हो गया था.