बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अपनी आगामी फिल्म 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' के प्रमोशन में व्यस्त हैं. ये फिल्म इसी हफ्ते 25 जनवरी को रिलीज होगी. कंगना, रानी लक्ष्मीबाई का किरदार निभा रही हैं. एक इंटरव्यू में कंगना ने अपनी आपबीती का जिक्र किया और बताया कि कैसे वो भीड़ में दुर्व्यवहार का शिकार हो गईं. कंगना ने बताया, "भीड़ में किसी शख्स ने उनके बट को पिंच किया था."
डीएनए को दिए इंटरव्यू में कंगना ने मीटू को लेकर बात की. आपबीती बताया, "लोगों के बीच में मुझे पीछे से पिंच किया गया. ऐसा करने वाला इंसान वहीं खड़ा था और मुझे घूर रहा था. हालांकि, ये सेक्सुअल भी नहीं था, ये ऐसा था कि जैसे वो कह रहा हो- मैंने वहीं किया जो मुझे नहीं करना चाहिए था और जैसे वो मेरी आंखों में देखकर कह रहा हो- अब तुम क्या करोगी? तो आप उस वक्त क्या उम्मीद करते हैं."
कंगना ने कहा, "अपनी सुरक्षा हर महिला को खुद करनी चाहिए. छोटी बच्चियों को इसके बारे में सही से समझाया जाना चाहिए. इससे पहले कुछ नाम भी सामने आए, लेकिन इसपर किसी ने कोई स्टैंड नहीं लिया. अब वे उजागर हो गए हैं. जिस तरह से चीजें बताई जा रही हैं उससे लोग कम से कम दो बार सोचेंगे."
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मीटू पर रानी मुखर्जी के बयान का समर्थन करते हुए कंगना ने कहा, "यह देखकर दुख होता है कि महिला सशक्तिकरण के कारण एक महिला को तंग किया गया और उन्हें ट्रोल किया गया. शायद रानी खुद साफ- साफ बोलने में सक्षम नहीं थीं. लेकिन आप उनके लाइफ जीने के तरीके को देखते हैं तो पता चलेगा कि वह महिला सशक्तिकरण का प्रतीक हैं. जो कोई भी उन्हें जानता है वो रानी को कमजोर या डरपोक नहीं कहेगा."
मीटू मूवमेंट से जुड़े एक सवाल पर रानी मुखर्जी ने कहा था, "#MeToo के लिए महिलाओं को अंदर से ही सशक्त होने की जरूरत है. सेल्फ डिफेंस जरूरी हैं. लड़कियों को अफनी ताकत पर भरोसा रखना चाहिए. आखिर अपनी सुरक्षा का जिम्मा अपने हाथ में होता है." तब रानी के बयान को उनकी फिल्म के प्रमोशन से जोड़कर काफी आलोचना की गई थी.