फिल्म मेकर करण जौहर ने कहा है कि 'ऐ दिल है मुश्किल' के रिलीज के वक्त उन्होंने खुद को देशभक्त बताते हुए जो वीडियो जारी किया था वह जिंदगी की सबसे बुरी घटनाओं में से एक थी. करण ने एक इंटरव्यू में यह भी कहा कि ऐसा लग रहा था कि मेरे सिर पर कोई बंदूक ताने खड़ा हो.
फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' में पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान को लेने की वजह से महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) ने विरोध किया था. तब करण ने अपने वीडियो में भविष्य में किसी पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम नहीं करने की बात कही थी.
विचारधारा और परिस्थिति के बीच फंसा
करण ने कहा- 'ऐ दिल है मुश्किल के समय मैं विचारधारा और परिस्थिति के बीच फंस गया था. इस बारे में मेरे अपने विचार और धारणाएं थीं, लेकिन स्टूडियो, कलाकारों और फिल्म की टीम के प्रति मैं जवाबदेह हूं, इसलिए मुझे बयान देना पड़ा, जिसके बारे में मैं बुरा महसूस करता हूं.'
करण ने बताया कि उन्हें कैमरे के सामने बैठकर अपनी राष्ट्रीयता और देशभक्ति के बारे में बोलना तकलीफदेह लगा. उन्होंने कहा कि वह पिछले दो दशकों से फिल्म उद्योग का हिस्सा हैं और जब उन्हें माफी का वीडियो बनाने की सलाह दी गई तो उन्हें पीड़ा महसूस हुई.
फिल्मकार ने बताया कि वह फूट-फूट कर रोना चाहते थे. फिल्म 'पद्मावती' की शूटिंग के दौरान राजस्थान में फिल्मकार संजय लीला भंसाली पर हुए हमले की भी करण ने आलोचना की. उन्होंने इसे हास्यास्पद बताया.