scorecardresearch
 

आसान नहीं है सिंगल पेरेंट होना, लेकिन मैं भी सेल्फिश हूं : करण जौहर

करण की मां हीरू जौहर ने पूछा था कि एक सिंगल पेरेंट होने के नाते करण के लिए सबसे मुश्किल चीज क्या है?

Advertisement
X
करण जौहर
करण जौहर

Advertisement

हाल ही में करण जौहर ने अपने बच्चों का दूसरा जन्मदिन मनाया. करण जौहर सरोगेसी के सहारे सिंगल पेरेंट बने थे. यश और रूही की बर्थडे पार्टी में कई सितारों ने शिरकत की. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2017 में उन्होंने कहा था, मैं अपने बच्चों के लिए पिता से ज्यादा मां का किरदार निभाना पसंद करता हूं. हाल ही में उन्होंने  एक सिंगल पेरेंट होने की चुनौतियों के बारे में बात की. करण जौहर और रणवीर सिंह हाल ही में एक चैट शो पर नजर आए थे.

इस शो पर करण की मां हीरू जौहर ने पूछा था कि 'एक सिंगल पेरेंट होने के नाते करण के लिए सबसे मुश्किल चीज़ क्या है? इस पर करण ने कहा था, 'एक सिंगल पेरेंट होना बेहद डरावना है क्योंकि मुझे लगता है कि किसी भी बच्चे की परवरिश के लिए माता और पिता का होना काफी जरुरी होता है. कहीं न कहीं ये कहा जा सकता है कि यश और रूही की अकेले परवरिश करना एक सेल्फिश फैसला था. मैं इन बच्चों के सहारे प्यार चाहता था क्योंकि मैं पिछले काफी समय से अपने जीवन में एक गहरा खालीपन महसूस कर रहा हूं और इसे मैं अपने बच्चों के प्यार से भरना चाहता हूं."

Advertisement

View this post on Instagram

Baby vogue!!!!! #mylovestory

A post shared by Karan Johar (@karanjohar) on

View this post on Instagram

#davosdiaries #winterfashion styled by @nikitajaisinghani 📷 @len5bm

A post shared by Karan Johar (@karanjohar) on

View this post on Instagram

In colour block! Styled by @nikitajaisinghani @louisvuitton @virgilabloh

A post shared by Karan Johar (@karanjohar) on

View this post on Instagram

When you smile and your son pouts! It’s really a feeling of fatherhood! 📷 @thehouseofpixels

A post shared by Karan Johar (@karanjohar) on

उन्होंने ये भी कहा कि यश और रुही के देखभाल के लिए वे अपनी मां की काफी सहायता ले रहे हैं. करण ने कहा, 'ये बहुत अजीब है लेकिन मेरे दोनों बच्चे मुझे पापा बुलाते हैं और मेरी मां को मम्मा बुलाते हैं. वे उन्हें दादी नहीं कहते. वे कहीं न कहीं मेरे बच्चों की देखभाल कर एक मां की कमी पूरा करने की कोशिश कर रही है. मैं अपनी तरफ से काफी कोशिश कर रहा हूं कि उन्हें अपनी ज़िंदगी में कभी परिवार की कमी न महसूस हो. मैं इतना ही कर सकता हूं कि मैं इन बच्चों को भरपूर प्यार दूं और इनके लिए सही मार्गदर्शक साबित हो पाऊं. मेरे माता-पिता ने मुझे सही गलत का भेद करने की शिक्षा दी है और मैं भी उन्हें सही संस्कारों के साथ उनकी परवरिश करना चाहता हूं.'

Advertisement
Advertisement