अभिनेता-गायक करण ओबेरॉय ने 10 मई यानी कल न्यायालय सत्र में ज़मानत याचिका दाखिल की. उन्होंने इस याचिका की अर्जी न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के एक दिन बाद दी. साथ ही आईएएनएस से बातचीत के दौरान करण के वकील दिनेश तिवारी ने कहा कि अदालत के अवकाश के कारण, करण की सुनवाई आने वाले हफ्ते में हो सकती है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल इस पूरे मामले की शुरुआत 6 मई को ANI द्वारा किये गए एक ट्वीट से हुई थी जिसमें ANI ने सूचना देते हुए करण ओबेरॉय की गिरफ्तारी की जानकारी दी थी. गिरफ्तारी के पीछे की वजह एक महिला के साथ दुष्कर्म और धोखाधड़ी निकल कर आई थी. बीते सोमवार को मुंबई के ओशिवारा पुलिस थाने में एक महिला ने FIR दर्ज कराते हुए करण ओबेरॉय पर ये आरोप लगाया था कि करण ने शादी का झांसा देकर ना सिर्फ महिला के साथ रेप किया बल्कि उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग के ज़रिए पैसों की मांग भी की. जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सेक्शन 376 (रेप) और 384 (वसूली करना, धमकाना) के तहत करण ओबेरॉय के खिलाफ केस दर्ज कर करण को गिरफ्तार किया.
6 मई को केस की सुनवाई के दौरान करण को मजिस्ट्रेट अदालत में पाश किया गया था. जहां अदालत ने करण को 14 दिनों की हिरासत में भेजने का फैसला सुनाया था. रिपोर्ट के मुताबिक, करण ओबेरॉय कोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच में ही फूट-फूट कर रोने लगे थे.
ओशिवारा पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, अक्टूबर 2016 में एक डेटिंग ऐप्लिकेशन के जरिए दोनों की मुलाकात हुई थी. पीड़िता के अनुसार अरोपी करण ओबेरॉय ने उन्हें अपने फ्लैट पर बुलाकर इस पूरी घटना को अंजाम दिया था.
करण ओबेरॉय के करियर की बात करें तो, करण दो दशकों से अधिक समय से शोबिज का हिस्सा रहे हैं. करण ओबेरॉय ने 1995 में सीरियल स्वाभिमान से अपने करियर की शुरुआत की थी. इसके अलावा वे 'जस्सी जस्सी कोई नहीं' 'साया' और 'जिंदगी बदल सकती है' जैसे धारावाहिकों में भी काम कर चुके हैं. बता दें कि, करण ओबेरॉय एक्टर होने के अलावा एंकर और सिंगर भी हैं. करण बैंड ऑफ बॉयज, इंडिपॉप बॉय बैंड के मेंबर भी हैं. साथ की साथ, उन्होंने कई हिंदी टीवी शोज और विज्ञापनों में काम किया है. करण 2004 में जीटीवी के शो अंताक्षरी की होस्टिंग कर चुके हैं.