देश में असहिष्णुता को लेकर साहित्यकार, आर्टिस्ट और सांइटिस्ट अपने अवार्ड लौटा रहे हैं, इस सिलसिले में एक्ट्रेस करीना कपूर खान ने शुक्रवार को कहा कि किसी भी मुद्दे को लेकर पर्सनल होने की जरूरत नहीं, इसका हल निकालना ज्यादा जरूरी है.
करीना यूनिसेफ के एक प्रोग्राम में हुई शामिल
करीना बाल अधिकार सम्मेलन सप्ताह के समापन समारोह में शामिल होने रायपुर पहुंची, इस प्रोग्राम को यूनिसेफ और छत्तीसगढ़ शासन ने मिलकर अंजाम दिया. करीना यूनिसेफ इंडिया की सेलिब्रिटी एडवोकेट हैं. इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मिसेज खान ने कहा कि, अवार्ड वापसी किसी समस्या का समाधान नहीं है. किसी भी मामले को पर्सनल लेने के बजाय उसका सोल्यूशन कैसा हो इसपर ध्यान देना चाहिए. यह पर्सनल नहीं नेशनल मुद्दा है. देश में असहिष्णुता के टोपिक को लेकर बी टाउन की कुछ हस्तियों के अवार्ड लौटाने की बात पर करीना ने कहा कि मैंने अभी तक कोई सम्मान वापस नहीं किया है. उन्होंने यह भी कहा कि देश के मामले में यंगस्टर्स की एक्टिविटी उन्हें प्रेरणा देती हैं.
करीना ने लड़कियों को किया मोटिवेट
करीना कपूर ने प्रोग्राम में स्टेट में बच्चों की शिक्षा और बेहतरी के लिए किए जा रही कोशिशों को लेकर राज्य सरकार और यूनिसेफ की तारीफ की. उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और बेटियां भारत का गौरव हैं. बच्चों को अच्छी एजुकेशन देना एक चुनौती है. यह खुशी की बात है कि इस फील्ड में छत्तीसगढ़ काफी अच्छा कर रहा है.
इस प्रोग्राम में करीना कपूर ने बेटियों के बारे में कहा कि वे जीवन में बेहतर एजुकेशन लेकर आगे बढ़ें. उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों में लड़कियों के लिए अलग वॉशरूम और पीने का साफ पानी जरूर होना चाहिए. इससे पहले मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कार्यक्रम में राज्य के 36 स्कूलों की 31 छात्राओं और पांच शिक्षिकाओं को छत्तीसगढ़ रत्न अवार्ड दिया.
इनपुट-भाषा