Karni Sena protest against Kangana Ranaut film Manikarnika पद्मावत की रिलीज के समय चर्चा में आई करणी सेना एक साल बाद फिर जाग गई है. अबकी बार राजपूत संगठन के निशाने पर कंगना रनौत की रानी लक्ष्मीबाई पर आधारित फिल्म मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ झांसी है. गुरुवार को करणी सेना ने फिल्म की रिलीज का विरोध किया. उन्हें रानी लक्ष्मीबाई के ब्रिटिश अफसर संग रिलेशन पर आपत्ति है. उनका दावा है कि मूवी में रानी लक्ष्मीबाई को एक गाने पर डांस करते दिखाया गया है, जो सभ्यता के खिलाफ है.
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह शेखावत ने मिड डे से बातचीत में कहा, ''बार बार हमने देखा है कि फिल्ममेकर्स किसी उद्देश्य के साथ खास सीन्स को दिखाने की स्वतंत्रता लेते हैं. ये सब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हमने इस बारे में पिछले साल फरवरी में भी चिंता जाहिर की थी. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी, हमने पद्मावत को कई राज्यों में रिलीज नहीं होने दिया था.''
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सुखदेव सिंह ने कहा, ''कंगना रनौत की मणिकर्णिका भी ऐसे ही अंजाम भुगतेगी. हमने निर्माताओं से बात कर कहा कि वे हमें रिलीज से पहले फिल्म दिखाए. अगर वे हमें दिखाए बिना मूवी रिलीज कर देते हैं तो हम प्रॉपर्टी तोड़ेंगे और इसके उत्तदायी हम नहीं होंगे. सुखदेव सिंह का कहना है कि उन्हें CBFC की क्लीयरेंस से कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा- उन्हें फिल्म इतिहासकारों को दिखानी चाहिए ताकि वे फैक्ट्स को चैक किया जा सके.''
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करणी सेना-पद्मावत विवाद
मालूम हो कि करणी सेना ने दीपिका पादुकोण-रणवीर सिंह-शाहिद कपूर स्टारर मूवी पद्मावत का खूब विरोध किया था. आरोप था कि फिल्म में रानी पद्मावती का गलत चित्रण किया गया है. अलाउद्दीन खिलजी और पद्मावती के बीच रोमांटिक सीन्स फिल्माए गए हैं. डायरेक्टक संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट और सेट पर तोड़फोड़ की गई थी.
दीपिका और भंसाली को जान से मारने की धमकी तक दी गई. मेकर्स ने कई बार दावा किया कि मूवी में रानी पद्मावती के सम्मान को ठेस नहीं पहुंचाया गया है. लेकिन फिल्म रिलीज तक करणी सेना ने कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन जारी रखा. मामला कोर्ट तक भी पहुंचा.