अमिताभ बच्चन के गेम शो कौन बनेगा करोड़पति में कई लोग अपनी किस्मत आजमाने और सपनों को पूरा करने की चाह लिए जाते हैं. इस शो का 11वां सीजन टीवी पर चल रहा है और हम सभी ने बहुत से बढ़िया प्रतियोगियों को हारते-जीतते देखा है. लेकिन एक प्रतियोगी जिसने सभी को अपनी जीत से चौंका दिया वो हैं बबिता तडे.
केबीसी के 11वें सीजन में महाराष्ट्र के अमरावती से आईं बबिता तडे ने 1 करोड़ रुपये की धनराशि जीत ली है. बबिता सरकारी स्कूलों में मिलने वाले मिड डे मील की कुक हैं. बबिता ने शो पर अमिताभ बच्चन को बताया कि कैसे उन्हें बच्चों के लिए खाने में खिचड़ी बनाना पसंद है. बच्चे बबिता को खिचड़ी काकू के नाम से बुलाते हैं. इसके साथ उन्होंने ये भी बताया कि उन्हें महीने के 1500 रुपये तनख्वाह मिलती है.
From a mearge wage of ₹1500 to ₹7 crore, Babita aka Khichdi Kaku sets on a journey of testing her fate with a huge and beautiful smile on her face! You wouldn't want to miss this epic journey tonight on #KBC11 at 9 PM only on Sony. @SrBachchan pic.twitter.com/0hFdI1QNsJ
— Sony TV (@SonyTV) September 18, 2019
बबिता की 1 करोड़ की जीत ने जहां लोगों को चौंकाया वहीं सभी को खुश भी कर दिया. लेकिन क्या आपको पता है कि बबिता को 7 करोड़ के आखिरी सवाल का सही जवाब पता था?
अमिताभ ने बबिता ने 7 करोड़ के लिए जो सवाल पूछा वो था कि 'किस राज्य के सबसे ज्यादा राज्यपाल आगे जाकर भारत के राष्ट्रपति बने हैं?'
इसके ऑप्शंस थे- राजस्थान, बिहार, पंजाब और आंध्र प्रदेश
इस सवाल का सही जवाब था- बिहार.
बबिता ने अमिताभ से कहा कि उन्हें सही जवाब बिहार लग रहा है. लेकिन फिर उन्होंने शो को छोड़ने का फैसला किया. क्योंकि उन्हें अपने जवाब के सही होने पर भरोसा नहीं था और उनकी सभी लाइफलाइन्स खत्म हो चुकी थीं. बाद में अमिताभ ने उन्हें सवाल का जवाब देने को कहा जिससे वो जनता को सही जवाब बता सके. जब बबिता ने बिहार जवाब दिया तब अमिताभ ने बताया कि ये जवाब बिल्कुल सही था.
बबिता ने अमिताभ बच्चन को था शो के दौरान बताया था कि उनके पति का स्ट्रगल करना उन्हें पसंद नहीं है. इसके अलावा बबिता ने ये भी कहा था कि वे ईनाम में जीती धनराशि को खुद इस्तेमाल नहीं करेंगी बल्कि अपने परिवार को दे देंगी.
बता दें कि बबिता तड़े केबीसी 11 में 1 करोड़ जीतने वाली दूसरी प्रतियोगी हैं. उनसे पहले सनोज राज ने 1 करोड़ रुपये का ईनाम जीता था.