कविता कृष्णामूर्ति ने संगीत जगत में एक बड़ा मुकाम तय किया है. इस बात से ज्यादा अहम ये है कि ये मुकाम उन्होंने इंडस्ट्री में उस समय तय किया जिस समय लता मंगेशकर और आशा भोसले जैसी सिंगर्स इंडस्ट्री में मजबूती से सक्रिय थीं. इस दौरान उन्होंने करीब 15 हजार गाने गाए हैं. कविता का जन्म 25 जनवरी 1958 को दिल्ली में हुआ था.
साल 1980 में कविता ने अपना पहला प्लेबैक सॉन्ग काहे को ब्याही (मांग भरो सजना) गाया था. भले ही यह गाना बाद में फिल्म से हटा दिया गया , लेकिन कविता की प्रतिभा जरूर सामने आ गई. साल 1985 में फिल्म प्यार झुकता नहीं के गानों ने उन्हें प्ले बैक सिंगर के रूप में पहचान दिलाई. इसके बाद फिल्म मिस्टर इंडिया के गाने हवा हवाई और करते हैं हम प्यार ने उन्हें असली पहचान दिलाई.
बता दें कि सिंगर को 9 साल की उम्र में एक ऐसा ऑफर मिला था जो असल जिंदगी में किसी सपने से कम नहीं. उन्हें लता मंगेशकर के साथ गाने का मौका मिला था और उन्होंने लता के साथ गाना गाया भी था. कविता को लता मंगेशकर के साथ बांग्ला में एक गीत गाने का मौका मिला था.
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ऐसा मारी करियर में छलांग
कविता ने मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की और यही से वो काम भी तलाशने लगीं. इस दौरान कविता कृष्णमूर्ति की मुलाकात हेमंत कुमार की बेटी रानू मुखर्जी से हुई. यहीं से उन्हें फिल्मों में गाने का मौका मिलने लगा. साल 1971 में हेमंत कुमार ने उन्हें बुलाया और रवींद्र संगीत की चार लाइनें सिखाकर कहा कि इंतजार करो लता जी आ रही हैं. इसके बाद कविता ने लता मंगेशकर के साथ गाना गाया.
प्रियंका चोपड़ा-मनीष मल्होत्रा में क्या चल रहा मनमुटाव, एक्ट्रेस ने किया इग्नोर!कविता ने 11 नवंबर, 1999 को डॉ. एल. सुब्रह्मण्यम से शादी की थी. दोनों की कोई संतान नहीं है, जबकि सुब्रह्मण्यम की पहली पत्नी से चार बच्चे हैं. कविता शादी के बाद अपने परिवार के साथ बेंगलुरु में रहीं. उन्होंने अपने पति के साथ संगीत संस्थान शुरू किया था, जिसका नाम 'सुब्रह्मण्यम एकेडमी ऑफ परफॉर्मिग आर्ट्स' है. वह अपना एक एप भी लॉन्च कर चुकी हैं.