उनके सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं, इंटरनेशनल लेवल पर भी सितारे बुलंदी पर चल रहे हैं. पिछले साल उनकी दो फिल्में गैंग्स ऑफ वासेपुर 1-2 और मिस लवली कान्स फिल्म फेस्टिवल में थीं तो इस बार यह आंकड़ा बढ़कर तीन हो गया है. ये फिल्में हैं- मानसून शूटआउट, बॉम्बे टॉकीज और डब्बा.
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने बेशक दशक भर से ज्यादा समय तक संघर्ष और रिजेक्शन का देखा है, लेकिन अब उनकी मेहनत रंग लाती नजर आ रही है. थ्रिलर मानसून शूटआउट को मिडनाइट स्क्रीनिंग, हल्की-फुल्की कहानी डब्बा को क्रिटिक्स वीक कॉम्पीटीशन और बॉलीवुड के सौ साल होने पर बनी बॉम्बे टॉकीज को स्पेशल स्क्रीनिंग ट्रिब्यूट टू इंडिया सेक्शन में दिखाया जाएगा.
नवाजुद्दीन कहते हैं, 'वाकई यह मेरे लिए बतौर एक कलाकार काफी खुशी की बात है.' वे सिर्फ काम करने में यकीन करते हैं और खुद को धुन का पक्का बताते हैं. वे कहते हैं, 'जीवन में रिजेक्शन का एक लंबा समय देखा है लेकिन मैंने कभी धीरज नहीं खोया, और आज भी सिर्फ अपना काम करने में लगा हूं.' इन दिनों वे अनवर का अजब किस्सा की शूटिंग में व्यस्त हैं और उनकी दशरथ मांझी के जीवन पर बनी फिल्म द माउंटेन मैन भी जल्दी ही रिलीज होने वाली है. वे तरह-तरह के रोल कर रहे हैं और वैसे भी इस साल उन्हें स्पेशल ज्यूरी का नेशनल अवार्ड मिला है.