लंबे अरसे से अपनी फिल्मों की विफलता से जूझ रहे एक्टर आयुष्मान खुराना आखिरकार 'दम लगाके हईशा' से अपने टैलेंट को एक बार फिर साबित करने में सफल रहे हैं. आयुष्मान खुराना से हुई खास बातचीत के पेश हैं कुछ अंश:
'दम लगाके हईशा'
के हिट होने पर क्या कहना चाहेंगे?
कई सालों बाद बहुत अच्छा लग रहा है. 'विकी डोनर' के बाद अब जाकर एक बार फिर से बहुत
खुशी हो रही है. हालांकि 'नौटंकी साला' ने भी अच्छी कमाई की थी लेकिन इस बार क्रिटिक्स की भी इस फिल्म को सराहना मिली है.
क्या कारण था की 'विकी डोनर' के बाद इतना समय लगा आपकी एक और अच्छी फिल्म आने में ?
मैंने अपनी पिछली
फिल्मों से काफी कुछ सीखा है, सबसे बड़ी बात ये सीखी है कि जब स्क्रिप्ट पढ़ो तो खुद से तय करो कि वो फिल्म करनी है या नहीं,
अगर किसी और से पूछोगे तो मुश्किल हो सकती है. पहली बार में खुद से निर्णय लेना सबसे अच्छा है जो मैंने 'विकी डोनर' और 'दम
लगाके हईशा' के दौरान किया.
क्या अब आप आने वाली फिल्मों के लिए डायरेक्टर और प्रोड्यूसर्स से मोल भाव करने की
स्थिति में आ गए हैं ?
अभी तो बस मुझे आदित्य चोपड़ा और शूजित सरकार से एक गुरु मंत्र मिला है की शो करो, पेंटिंग करो,
आराम से रिलैक्स करो और जब भी स्क्रिप्ट का चयन करो तो खुद से करो. तो अभी आराम से काम कर रहा हूं.
आपकी 90 के
दशक की क्या यादें हैं ?
बस यही कि उन दिनों स्कूल जाया करता था, गानों की कैसेट सुनता था. एक-एक कैसेट का नाम भी याद
है. 'आशिकी' और 'दिल' का कॉम्बो. इसके अलावा गाने भरने के लिए लिस्ट बनाकर जाते थे. उस 90 के दशक को मैं बेहद मिस करता
हूं.
पहली पसंद क्या है, स्टेज, माइक या एक्टिंग ?
स्टेज, क्योंकि वहां हम सबकुछ एक वक्त पर कर जाते हैं.
जब
आपकी आलोचना होती है तो क्या मनोस्थिति होती है ?
इतना सारा काम किया है रेडियो, टीवी और फिल्मों में कि अब आदत सी हो गई है उतार-चढ़ाव की. तो अब मुझे हर गलती से कुछ ना कुछ सीखने को मिलता है.
किस इंसान की आत्मकथा पर बनने वाली
फिल्म का हिस्सा बनना चाहेंगे ?
मेरी इच्छा है कि सचिन तेंदुलकर की आत्मकथा का हिस्सा बनूं क्योंकि मैं उनका बहुत बड़ा फैन
हूं.
खुद को किस रूप में ज्यादा पसंद करते हैं - क्लीन शेव या दाढ़ी में?
हल्की दाढ़ी में खुद को पसंद करता हूं हालांकि 'दम
लगाके हईशा' में किरदार की डिमांड पर मेरा लुक क्लीन शेव रखा गया था.
आने वाले दिनों में कौन-कौन सी फिल्में कर रहे हैं ?
जल्दबाजी में नहीं हूं. बस शूजित सरकार की फिल्म करने को तैयार हूं.