हिंदी सिनेमा की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में शुमार मधुबाला की मोम की मूर्ति अब दिल्ली के मैडम तुसाद म्यूजियम में नजर आएगी. इस मूर्ति को मुगलेआजम में निभाए उनके अनारकली के किरदार के रूप में तैयार किया गया है.
बताया जा रहा है कि इसे तैयार करने के लिए कई महीनों तक रिसर्च हुई. इसमें मधुबाला के परिवार के लोगों से भी मुलाकात और बातचीत की गई. परिवार के जरिये मिलीं मधुबाला की तस्वीरों और वीडियो का काफी रिसर्च करने के बाद यह मूर्ति तैयार हुई है.
इस पर मधुबाला की बहन मधुर बृज ने पीटीआई को बताया कि इस मूर्ति से मधुबाला के प्रशंसकों को उनकी सुंदरता से एक बार फिर रूबरू होने का मौका मिलेगा.
‘भारतीय सिनेमा की वीनस’ कही जाने वाली मधुबाला को ‘महल’ (1949), ‘अमर’ (1954), ‘मिस्टर एंड मिसेज '55 (1955), ‘चलती का नाम गाड़ी’ (1958), ‘मुगल ए आजम’ (1960) और ‘बरसात की रात’ (1960) जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है.
सन् 1969 में 36 साल की उम्र में मधुबाला का दिल की बीमारी के कारण उनका निधन हो गया था.
दिल्ली के मैडम तुसाद म्यूजियम में इससे पहले पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी कपिल देव, गायिका आशा भोंसले और श्रेया घोषाल की मूर्तियां लगाई जा चुकी हैं. इस साल के अंत तक आम जनता के लिए यह म्यूजियम खोल दिए जाने की उम्मीद है.