रजनीकांत की जल्द ही रिलीज होने जा रही फिल्में चेन्नई में फैन्स को कम टिकट दरों में देखने को मिल सकती है. ऐसा हो पा रहा है जी.देवराजन नामक शख्स द्वारा डाली गई एक याचिका के चलते. जी. देवराजन द्वारा फाइल की गई पीआईएल में मांग की गई है कि रजनीकांत की 2.0 और अजीत की विस्वासम को तभी रिलीज की अनुमति दी जाए जब इन्हें सरकार द्वारा तय की गई टिकटों की कीमतों पर दिखाया जाए. मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को निर्देश दिया है कि वो 19 दिसंबर से पहले देवराजन द्वारा फाइल की गई पीआईएल का जवाब दें.
कोर्ट ने पूछा कि सरकार ने 2017 में बने टिकटों की कीमतों के रेग्यूलेशन नियमों का पालन अब तक क्यों नहीं किया है. साथ ही कोर्ट ने पूछा कि सरकार बताए कि टिकटों की कीमतों के निर्धारण को लेकर बनाई गई रेग्यूलेटरी कमेटी की वर्तमान स्थिति क्या है? देवराजन ने अपनी पीआईएल में कुल 59 जिम्मेदार लोगों को इस संदर्भ में जवाबदेह बनाया है.
देवराजन ने अपनी याचिका में कहा है कि थिएटर फिल्म की रिलीज के बाद 5 दिनों तक अधिक कीमत में टिकटें बेचते हैं. खास तौर से तब जब यह किसी बड़े सितारे की फिल्म होती है. साथ ही उन्होंने कहा कि रजनीकांत की फिल्म 2.0 और पेटा को रिलीज की अनुमति तभी मिले जब इसकी टिकटों को सरकार द्वारा तय मानकों के आधार पर बेचा जाए.
सिनेमाघरों में टिकटों की कीमतों को लेकर 6 अक्टूबर साल 2017 को कुछ बुनियादी नियम जारी किए गए थे. इस आदेश में कहा गया था कि चेन्नई के मल्टीप्लेक्स और एसी थिएटर अधिकतम 160 रुपये और न्यूनतम 50 रुपये की टिकटें बेच सकते हैं. वहीं नॉन एसी थिएटर अधिकतम 120 रुपये और न्यूनतम 40 रुपये की टिकटें बेच सकते हैं.