फिल्म एक्ट्रेस आलिया भट्ट को जान से मारने की धमकी दी गई है. उत्तर प्रदेश से एक अज्ञात शख्स ने आलिया के पिता और फिल्म मेकर महेश भट्ट को फोन पर ये धमकी दी और 50 लाख रुपये मांगे. मुंबई पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ
आरोपी संदीप ने 8 और सेलिब्रिटी को धमकी भरे काॅल भी किए थे.
मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने बताया है कि जुहू के पुलिस स्टेशन में जबरन वसूली का मामला दर्ज किया गया है. AEC इसकी जांच में जुटी है. धमकी भरे कॉल और पुलिस के सहयोग की जानकारी महेश भट्ट ने ट्विटर पर भी दी.
A bolt from the blue in the form of an extortion call & threat to my family was nipped in the bud by the MH & UP police in tandem.Gratitude!
— Mahesh Bhatt (@MaheshNBhatt) March 2, 2017
All of us is better than one of us !!
— Mahesh Bhatt (@MaheshNBhatt) March 2, 2017
मुकेश भट्ट ने की आज तक से बात
आज तक से बातचीत में महेश के भाई मुकेश भट्ट ने बताया कि हमें कलाकार होने की कीमत चुकानी पड़ती है. महेेश भट्ट को जिस नंबर से फोन आया था, उसे जल्द ही ट्रेस कर लिया गया.
भट्ट को धमकी देने के आरोप में पुलिस ने संदीप साहू नाम के एक शख्स को अरेस्ट किया है. मुंबई पुलिस ने इस शख्स को यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स की मदद से पकड़ा है. संदीप लखनऊ का रहने वाला है. बताया जा रहा है कि संदीप साहू टीवी धारावाहिकों में काम की तलाश के सिलसिले में मुंबई आता-जाता रहता था. और जब उसे काम नहीं मिला तो उसे धमकी देकर पैसे ऐंठने का आइडिया आया. महेश भट्ट का नंबर उसे इंटरनेट पर मिला. इसके बाद उसने महेश भट्ट को धमकी भरे कॉल किए. सूत्रों के मुताबिक, इसका कोई सबूत नहीं है कि उसने भट्ट परिवार से मुलाकात की है या नहीं.
बुधवार को की थी FIR दर्जक्या है मामला:
मुंबई पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, एक व्यक्ति, जो खुद को किसी गैंग का लीडर कह रहा था, ने महेश भट्ट से 50 लाख रुपये की मांग की थी.
शुरुआत में तो महेश भट्ट ने इसे मजाक समझा. लेकिन फिर उस शख्स ने महेश भट्ट को व्हाट्सऐप पर मैसेज कर कहा कि वो इस धमकी को हल्के में न लें.
उस शख्स ने महेश भट्ट को धमकी दी कि अगर उसे पैसे नहीं मिलेंगे तो वह महेश की बेटी आलिया और पत्नी सोनी पर कई राउंड गोलियां चलाएगा.
आरोपी ने महेश भट्ट को लखनऊ के किसी बैंक के ब्रान्च में पैसे जमा करने को कहा था. यह घटना 26 फरवरी की है. इंडिया टुडे को एक पुलिस अफसर ने बताया कि सेक्शन 387 के तहत केस दर्ज हुआ था.