पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी स्कूल पर हुए हमले में बच्चों की मौत से फिल्म मेकर महेश भट्ट बेहद आहत हैं. पाकिस्तान से बेहतर रिश्तों के हिमायती रहे महेश भट्ट ने कहा कि आतंकियों का इस्लाम अलग है.
भट्ट ने रबींद्रनाथ टैगोर से जुड़ा एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि टैगोर इराक में एक कबाइली से मिले थे. उसने टैगोर से कहा था, 'पैगंबर मोहम्मद ने जो परिभाषा दी है, उसके हिसाब से सच्चा मुसलमान वही है, जो किसी भी सूरत में अपने शब्दों और कृत्यों से किसी को नुकसान न पहुंचाए और यहां तो भाई, भाई को मार रहा है.'
पाकिस्तानी कलाकारों के अपनी फिल्मों में लगातार मौका देने वाले महेश भट्ट ने कहा कि वह पाकिस्तान के फ्यूचर को लेकर बेहद चिंतित हैं. भट्ट ने कहा, ' 'पाकिस्तान में वर्किंग क्लास मर रहा है. उसे वॉर अगेंस्ट टेरर की भारी कीमत चुकानी पड़ी है. मैं कुछ समय पहले पाकिस्तान गया था, तब मेरे एक दोस्त को सम्मान किया जाना था. मौका था पाकिस्तान डे का. मैंने देखा कि जिन लोगों को सम्मान दिा गया था उनमें ज्यादातर शहीद पुलिसकर्मी थे. उनकी विधवाएं और बच्चे सम्मान लेने आए थे.'
भट्ट ने पेशावर में बच्चों पर किए गए कायराना हमले को नाजियों की बर्बरता के जैसा बताया. उन्होंने कहा कि इसमें शक नहीं है कि पाकिस्तान सरकार में बैठे लोग पावरलैस हैं. अगर आप कराची जाएंगे तो देखेंगे कि सड़क पर खड़ा आदमी कन्फ्यूज है कि उसका दुश्मन कौन है. भट्ट ने कहा कि आतंकियों के इस्लाम ने सबसे ज्यादा नुकसान अगर किसी को पहुंचाया है तो इस्लाम को ही पहुंचाया है.