बॉलीवुड में अपनी फिल्मों के जरिए कई पाकिस्तानी एक्टर्स को लॉन्च कर चुके फिल्म डायरेक्टर महेश भट्ट ने हाल ही में देश में पाकिस्तानी एक्टर्स और उनकी फिल्मों को बैन करने के विवाद पर अपना पक्ष रखा है. महेश भट्ट ने कहा है कि पाकिस्तानी कलाकारों की भारत में हो रही खिलाफत भी इसी आतंकवाद का ही दुष्परिणाम है और आतंकवाद यही चाहता है दोनों देशों में विवाद बढ़े. शनिवार को चंडीगढ़ में इराकी पत्रकार मुन्नतउदर-अल-जैदी की लिखी किताब The Last Salute to President Bush पर बेस्ड प्ले The last Salute के प्रदर्शन पर पहुंचे महेश भट्ट ने यह बात कही.
पाक
कलाकारों को बैन करने के विवाद के लिए आतंकवाद जिम्मेदार
दौरान महेश भट्ट ने पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने पर मचे बवाल पर
मीडिया से कहा कि आतंकवाद हमारी जिंदगी पर गहरा असर डालता है. पाकिस्तानी कलाकारों की भारत में हो रही खिलाफत भी इसी आतंकवाद का ही
दुष्परिणाम है.
आवाम युद्ध करने की नहीं, युद्ध को रोकने की कोशिश करे
महेश भट्ट ने आगे कहा कि भारत सरकार ने साफ कर दिया है कि भारत
में आए पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर रोक नहीं लगाई जा सकती और भारत में अब जो विरोध हो रहा है वो आतंकी हमलों के बाद लोगों का
गुस्सा है लेकिन इस गुस्से की वजह से दोनों देशों के लोगों को आपसी संबंध खत्म नहीं करने चाहिेए. भट्ट ने कहा कि उनकी पर्सनल राय है कि आतंकवाद
पर लगाम लगनी चाहिए लेकिन दोनों देशों के पीपल टू पीपल कॉन्टेक्ट बने रहने चाहिेए. दोनों देशों के लोगों को अपनी सरकारों पर हर मसले को बातचीत
से हल करने के लिए दबाव बनाना चाहिए. भट्ट ने कहा कि अवाम को युद्ध करने की नहीं बल्कि युद्ध को रोकने की कोशिशें करनी चाहिए.
'ऐ दिल है
मुश्किल' की रिलीज: तय करें कि देश लोगों के मूड के हिसाब से चलेगा या पॉलिसी के हिसाब से
महेश भट्ट ने करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है
मुश्किल' में पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान के काम करने की वजह से चार राज्यों के सिनेमा मालिकों के फिल्म को रिलीज ना करने के फैसले पर कहा कि
करन जौहर हमारे देश का ही नागरिक है और इस फिल्म को रोकने से हमारे देश के लोगों का ही नुकसान होगा. ये फिल्म तब शुरु की गई थी जब दोनों
मुल्कों के बीच सब कुछ ठीक था और हमारे प्रधानमंत्री खुद चलकर नवाज शरीफ से मिलने पाकिस्तान गए थे और अब जब रिश्ते बिगड़ गए हैं तो करण
जौहर की इस फिल्म का विरोध हो रहा है. इस देश के लोगों को ये तय करना होगा कि ये देश लोगों के मूड के हिसाब से चलेगा या फिर पॉलिसी के
हिसाब से.
पाकिस्तान की तरह पेश ना आओ
महेश भट्ट ने कहा कि अगर केंद्र सरकार पाकिस्तानी कलाकारों को लेकर कोई पॉलिसी बनाती है तो
हम उसे मानेंगे. लेकिन अब सरकार ने साफ कर दिया है कि वो पाकिसातानी कलाकारों के भारत में काम करने पर रोक लगाने की कोई पॉलिसी नहीं बनाने
जा रही. पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों और टी.वी. चैनलों पर पाबंदी लगाने पर भी भट्ट ने अपने विचार रखते हुए कहा, अगर भारत भी पाकिस्तान की ही
तरह बर्ताव करेगा तो भारत का बड़प्पन कैसे दिखेगा.
आतंकवाद चाहता है कि देश में टेंशन का माहौल बना रहे
शिवसेना और एमएनएस से मिल
रही धमकियों पर भट्ट ने कहा, 'वो (एमएनएस) लोग नाराज होकर ऐसी बातें कह रहे है लेकिन वो लोग मेरे भाई ही हैं और ये सब कुछ देश में चल रहे
मौजूदा माहौल की वजह से ही हो रहा है. आतंकवादी भी यहीं चाहते है कि देश में टेंशन बढ़े और हम लोग आपस में अलग-थलग हो जाएं. मैंने सिर्फ अपने
विचारों का इजहार किया है वो मेरी बातों से असहमत हो सकते है, भाइयों में नाराजगी हो जाती है लेकिन लगता नहीं वो मुझ पर हमला करके लॉ एंड
ऑर्डर अपने हाथ में लेंगे.