लगभग 300 क्षेत्रीय फिल्मों में एक्टिंग कर चुके मलयालम एक्टर परवूर भारथन का बुधवार सुबह निधन हो गया. उनके परिवार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि उन्होंने अंतिम सांस केरल के पास स्थित अपने घर में ली.
भारथन (86) कुछ समय से बीमार चल रहे थे. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1940 के दशक के आखिर में नाटक से की थी. उनकी पहली फिल्म 1951 में आई और वह 2009 तक फिल्म जगत में एक्टिव रहे.
उन्होंने अपना फिल्मी करियर बतौर खलनायक शुरू किया और बाद में कैरेक्टर रोल का रुख किया. 'इन हरिहर नगर', 'अनियन बावा चेतन बावा', 'अनियथीप्रवु', और 'मेलेपरामबिल आंवीदु' फिल्मों ने इन्हे पहचान दी.
नेशनल अवॉर्ड विनर सारधा ने भारथन के साथ किए गए काम को याद करते हुए कहा कि वह उन्हें उस समय से जानती हैं, जब उन्होंने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर शुरू किया था.
सारधा ने कहा, 'मैं दो माह पहले अपने कुछ दोस्तों के साथ उनसे उनके घर मिलने गई थी. हम सभी साथ में वक्त गुजारकर बहुत खुश और उत्साहित थे. वह एक कमाल के इंसान थे और हमेशा बहुत ही विनम्र एवं शालीन रहते थे.'