अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे. इसके लिए अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है. इसी मौके पर आजतक के मंच से विशेष धर्म संसद का आगाज हो गया है. इस कार्यक्रम लोकगायिका मालिनी अवस्थी शामिल हुईं.
यहां मालिनी अवस्थी ने लोकगीत गाए. मालिनी अवस्थी ने भक्तिरस में सराबोर कर दिया. यहां मालिनी अवस्थी ने कहा- हमारे धन्य भाग्य हैं कि हम सब इस ऐतिहासिक घड़ी के साक्षी बनने जा रहे हैं. हम लोग यहां अयोध्या कार्यशाला में बैठे हैं, मैं 22 वर्ष पहले यहां आई थी. और आज यहां की ऊर्जा देख लग रहा है कि कितने वर्षों का सपना देखा हुआ आज पूरा हो रहा है.
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कोरोना के कारण घर पर मन मारकर बैठे लोग- मालिनी
इसके अलावा मालिनी ने कहा- राम तो चित्त में विराजते हैं. हम सब के ह्रदय में राम जी बसे हैं. कोरोना का समय ऐसा है कि लोग मन मार के अपने घर पर बैठे हैं, लेकिन घर से ही इसके लिए पूजन कर रहे हैं. उन्होने बताया कि भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम थे, और उन्होंने उस दौर में एक विवाह सिद्धांत रखा. हर व्यक्ति हमारे यहां राम कथा को पढ़कर ये सीखता है कि कैसा पुत्र, भाई, पति, सखा हो. उस युग में एक पत्नी व्रत लेने वाले वो प्रथम थे. उनके पिता की तीन रानियां थी. इसलिए वो मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए. इसके बाद 14 वर्ष वनवास में सभी को सुशिक्षित करते हैं, आत्मनिर्भर बनाते हैं. हमारे घर में तो शिशु के आगमन से मान लेते हैं कि राम आ गए.
मालिनी अवस्थी ने धर्म संसद में 'राजा दशरथ जी के घरवा आज जनमे ललनवा', 'अवध में धूम मची' जैसे लोकगीत गाए