केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने सोमवार को बॉलीवुड की निर्माण कंपनियों को उनके द्वारा गठित आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) को मिलने वाली यौन शोषण की शिकायतों की रपट सौंपने के निर्देश दिए.
गांधी ने ट्वीट किया, "एक जिम्मेदार कर्मी के तौर पर सभी लोग कानून का पालन करने के लिए बाध्य हैं, मैं बॉलीवुड की सभी निर्माण कंपनियों को ऐसा करने तथा उनके द्वारा गठित आंतरिक शिकायत समिति में दर्ज शिकायतों की रपट सौंपने का आग्रह करती हूं."
As responsible employers, all are obliged to follow the law of the land. I urge the #Bollywood Production Houses to do so and submit a report on the Internal Complaints Committee set up by them. Together, we need to ensure a Safe Workplace for our Women. 2/2 #SafeWorkplace4Women pic.twitter.com/DyEIPakfIK
— Maneka Gandhi (@Manekagandhibjp) July 16, 2018
It is encouraging to know that 7 #Bollywood production houses have already accepted my request & complied with the #SexualHarassmentAtWorkplace Act. I expect the other producers to ensure similar compliance at the earliest. 1/2 #SafeWorkplace4Women https://t.co/QDZQQZdVt8 pic.twitter.com/nnt4rxs26E
— Maneka Gandhi (@Manekagandhibjp) July 16, 2018
गांधी ने पिछले साल 24 प्रमुख फिल्म निर्माण कंपनियों को भारत के 2013 के यौन शोषण अधिनियम का पालन करते हुए उन्हें याद दिलाया था कि भारतीय कानून के अंतर्गत वे सभी कर्मियों को सुरक्षित और समावेशी कामकाजी वातावरण प्रदान करने के लिए नैतिक और कानूनी रूप से जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा, "यह जानना उत्साहित करने वाला है कि बॉलीवुड की सात निर्माण कंपनियों ने मेरे आग्रह को पहले ही स्वीकार कर लिया है और वे कार्यस्थल पर यौन शोषण अधिनियम से जुड़ गई हैं."
पिछले साल कई अभिनेत्रियों द्वारा हॉलीवुड फिल्म निर्माता हार्वे वींस्टीन पर यौन शोषण का आरोप लगाने के बाद शुरू हुए 'हैश मी टू' अभियान के बाद यह कदम उठाया गया था.