सीनियर आर्टिस्ट मनोज जोशी को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में सम्मानित पद्मश्री से सम्मानित किया गया. मनोज जोशी को 1990 में निभाए चाणक्य के किरदार के लिए आज भी याद किया जाता है. मनोज ने लंबे समय से थियेटर से भी जुड़े रहे है.
Many congratulations to one of mi favourite Artist, @actormanojjoshi you are a True Character pic.twitter.com/db2ZExMSEN
— Rahul BHV Sharma (@rabwins) April 2, 2018
हिंदी फिल्मों में मनोज ने कई यादगार किरदार निभाए हैं. उन्होंने देवदास में शाहरुख खान के बड़े भाई, क्योंकि... में सलमान के साथ काम किया है. मनोज 'गरम मसाला','भागम-भाग' और 'हलचल' जैसी कई शानदार फिल्मों से बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं. उन्हें हॉरर सीरियल 'वो' में देखा गया. जोशी को असली पहचान 2003 में आई फिल्म 'हंगामा' से मिली थी. इसके बाद वह 'हलचल', 'भूल भूलईया', 'फिर हेरा फेरी' और 'चुप-चुप 'के जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में नजर आए.
पिछले दिनों पाकिस्तानी कलाकारों के हिंदुस्तान में काम करने को लेकर दिए अपने बयाने के चलते मनोज काफी चर्चा में थे. उन्होंने कहा था पाकिस्तान के कलाकारों का जो होना होगा वह होगा लेकिन मेरे लिए देश सबसे ऊपर है.
कैप्टन कूल धोनी, पकंज अडवाणी, शारदा सिन्हा हुए सम्मानित
इस साल पद्म सम्मान के लिए चुने गए 84 लोगों में से शेष बचे 41 विशिष्ट नागरिकों को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया. पूर्व कप्तान धोनी और आडवाणी के अलावा 41 महत्वपूर्ण व्यक्तियों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म पुरस्कार से नवाजा. राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस सम्मान समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई हस्तियां उपस्थित रहीं. इससे पहले 20 मार्च को आयोजित सम्मान समारोह में मशहूर संगीतकार इलैया राजा और शास्त्रीय गायक गुलाम मुस्तफा खान समेत 39 हस्तियों को पद्म अवॉर्ड से नवाजा गया. पद्म भूषण से सम्मानित होने वालों में भोजपुरी गायिका शारदा सिन्हा, बिशप क्रिसोस्तम, पुरातत्वविद् रामचंद्रन नागास्वामी, कानूनविद् वेदप्रकाश नंदा और प्रख्यात सितारवादक पंडित अरविंद पारिक भी शामिल थे.
पद्मश्री सम्मान पाने वाली 37 हस्तियों में पूर्व टेनिस खिलाड़ी सोमदेव देववर्मन शामिल थे तो हर्बल दवाइयां बनाकर लोगों की जिंदगी बचाने वाली केरल की आदिवासी महिला लक्ष्मीकुट्टी भी शामिल रहीं. मध्यप्रदेश की आदिवासी चित्रकारी लोकप्रिय बनाने वाले गोंड चित्रकार भाज्जू श्याम भी पद्मश्री से नवाजे गए.