भारतीय फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने और उनपर पाबंदी लगाने को लेकर बॉलीवुड से अलग-अलग बयान आ रहे हैं. इसको लेकर एक बहस शुरू हो गई है. कुछ कलाकारों का मानना है कि उनपर पाबंदी लगनी चाहिए और कुछ उनके समर्थन में उतर आए हैं.
निर्देशक अनुराग कश्यप ने प्रधानमंत्री मोदी से उनके लाहौर दौरे के लिए माफी मांगने की बात की है तो प्रियंका चोपड़ा ने पाकिस्तानी कलाकारों का समर्थन करते हुए कहा है कि उन पर पाबंदी ना लगाई जाए इस पर सांसद मनोज तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि अनुराग कश्यप ने छोटापन दिखाया है अमर्यादित बयान दिया है. क्यों वह पाकिस्तान का हमदर्द बना हुआ है, कश्यप कहीं ना कहीं फ्रस्टेटेड है.
प्रियंका चोपड़ा के पाकिस्तानी कलाकारों के समर्थन के बयान पर मनोज तिवारी का कहना है कि कोई अगर मर्यादित बयान देता है उसमें कोई दिक्कत नहीं है. कुछ लोग पाकिस्तानी कलाकारों पर पाबंदी लगाने की बात कर रहे हैं तो कुछ उनके पक्ष में बोल रहे हैं उनका समर्थन कर रहे हैं. यह बहस चल रही है, लेकिन मेरा मानना है कि पाकिस्तानी कलाकारों पर पाबंदी लगनी चाहिए. यहां पर उनके साथ कोई हमदर्दी नहीं होनी चाहिए.
पाकिस्तानी कलाकारों के काम वाली हिंदी फिल्मों पर पाबंदी के सवाल पर मनोज तिवारी का कहना था कि जो फिल्में बन चुकी हैं, जिनमें पाकिस्तानी कलाकारों ने काम किया है. उनको मौजूदा हालात के चलते कुछ दिनों के लिए रोक देना चाहिए. मगर बाद में उनको रिलीज कर देना चाहिए.
मगर पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर पूरी तरह पाबंदी लगा देनी चाहिए. उनका यह भी कहना था कि पाकिस्तानी फिल्मों को उसी ढंग से भारत में बैन कर देना चाहिए. जिस ढंग से हिंदी फिल्मों को पाकिस्तान में बैन किया गया है.