महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में दलितों पर हमले की घटना का असर ट्विटर पर भी नजर आ रहा है. जाति को लेकर बहस की जा रही है. कुछ बॉलीवुड सेलेब्स ने स्टेटस भी लिखा है. इस बीच दो फिल्ममेकर भी जाति के सवाल पर आपस में भिड़ गए. विवेक अग्निहोत्री ने जाति को लेकर एक ट्वीट किया. मसान के डायरेक्टर नीरज घेवान ने इसका जोरदार जवाब दिया.
नेशनल अवॉर्ड के इनाम की राशी किसानों को देंगे नीरज घेवान और वरुण ग्रोवर
हेट स्टोरी, बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम जैसी कई फिल्में डायरेक्ट करने वाले विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट किया, 'कुछ वक्त पहले मैंने एक दलित नेता को फ्लाइट में बिजनेस क्लास में सफर करते हुए देखा है, इसलिए मैंने लिखा, एक लोअर कास्ट नेता के पोते के साथ फ्लाइट में सफर कर रहा हूं. कौन सी जाति बड़ी है? वो जो बिजनेस क्लास में सफर कर रही है, जिसे फ्लाइट का ग्रांउड स्टाफ अटैंड कर रहा है या वो जो सीट के हैंडलपर हाथ रखने के लिए आधा इंच जगह खोज रहा है. मैं ब्राहम्ण परिवार से हूं और ये नेता दलित परिवार से है. आज वो 1A क्लास में सफर कर रहा है और मैं सेकंड क्लास में.'
Out of context. pic.twitter.com/7gSgMqIxgG
— Vivek Agnihotri (@vivekagnihotri) January 4, 2018
दलित विरोधी फिल्म है 'आरक्षण': पुनिया
विवेक अग्निहोत्री के इस ट्वीट के जवाब में नीरज घेवान ने ट्वीट किया, 'मैं एक दलित हूं. अपने देश में लिए मैंने कान फिल्म और एडवरटाइजिंग अवॉर्ड जीता है. नेशनल अवॉर्ड और फिल्मफेयर अवॉर्ड भी जीता है. ये सब मैंने अपनी दलित पहचान का इस्तेमाल किए बिना किया है. और हां मैं भी बिजनेस क्लास में सफर करता हूं. अगली बार जब हम एक ही विमान में हुए तो मैं आपको अपनी सीट पर बैठने का ऑफर दूंगा.'
नीरज ने एक बार और ट्वीट किया, मैं कभी भी कास्ट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करूंगा और ना ही इसे नीची नजरों से देखूंगा.'
जातिवाद पर रणदीप हुड्डा का शानदार ट्वीटWill never use the caste card nor will I look down upon it.
— Neeraj Ghaywan (@ghaywan) January 3, 2018
जहां जातिवाद पर कई हस्तियां अपनी अपनी राय पेश कर रही हैं उन्हीं के बीच रणदीप हुड्डा जैसे एक्टर ने इस मुद्दे पर शानदार ट्वीट किया है, रणदीप हुड्डा ने लिखा, महाराजा सूरजमल जी की पुण्य तिथि है. सुन लयो रै प्यारे जाट बालकों-वो एक महान राजा थे जो जाट ”भी” थे. वो जात, पात और धर्म के लिए कभी नहीं लड़े. वो अपनी सारी प्रजा को सुरक्षित व बलवान बनाने के लिए और इंसानियत के लिए लड़े. उनकी प्रजा में सारे धर्म और जातें थीं. ये सीखने वाली चीज़ है.
जातिवाद पर डायरेक्टर्स की ओर से किए गए इन ट्वीट्स के बाद कई यूजर्स भी दोनों के ट्वीट्स पर प्रतिक्रिया दी.आज #MaharajaSurajmal जी की पुण्य तिथि है।सुन लयो रै प्यारे #Jat बालकों- वो एक महान राजा थे जो जाट”भी”थे।वो जात,पात और धर्म के लिए कभी नहीं लड़े।वो अपनी सारी प्रजा को सुरक्षित व बलवान बनाने के लिए और इंसानियत के लिए लड़े।उनकी प्रजा में सारे धर्म और जातें थीं।ये सीखने वाली चीज़ है। pic.twitter.com/OQX5R7BDko
— Randeep Hooda (@RandeepHooda) December 25, 2017
no need to offer your hard earned first class seat; just continue not to use the caste card. and yes, inspire others too.
— Susmita Das Gupta (@SusMee) January 3, 2018
But freebies- why? I mean I'm a Dalit too & I hate the idea of freebies that politicians are getting my generation trained for. It's like the opium for the masses. I'm not a vote bank like millions of B'deshis in WB. I need legit employment opportunities & progress.
— Karma Mojo (@ElGuruGyani) January 3, 2018