जाने माने निर्माता निर्देशक रामगोपाल वर्मा का मानना है कि मीडिया आतंकवादियों से ज्यादा खतरनाक है क्योंकि आतंकवादी लोगों पर हमला कर उनकी हत्या कर डालते हैं वहीं मीडिया व्यक्ति की सोच पर हमला कर उसकी अंतरात्मा को ही खत्म कर देता है.
वर्मा ने कहा कि अगर निहत्थे लोगों पर हमला करने वालों को आतंकवादी कहा जाता है तो विभिन्न स्तरों पर मीडिया भी तो अपने हल्के और कपटपूर्ण तरीके से यही काम करता है. वर्मा ने मीडिया पर यह नाराजगी टीवी पर दिखाए गए उन फुटेज तथा उसके बाद शुरू हुई आलोचना के संदर्भ में जाहिर की है जिनमें वर्मा महाराष्ट्र के निवर्तमान मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख तथा उनके पुत्र एवं अभिनेता रितेश देशमुख के साथ आतंकवादी हमले का शिकार हुए ताज होटल में नजर आ रहे थे.
वर्मा ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि वह ताज होटल जरूर गए थे लेकिन मुंबई हमलों पर फिल्म बनाने का उनका कोई इरादा नहीं है. उन्होंने लिखा है कि वह अभिनेता रितेश देशमुख को बरसों से जानते हैं और उनके साथ फिल्में की हैं. रामगोपाल वर्ना ने यह भी कहा है कि, 'विलासराव देशमुख से मेरी औपचारिक मुलाकात नहीं कराई गई थी, शायद उन्हें पता भी नहीं रहा होगा कि मैं भी साथ हूं क्योंकि मैं और रितेश दूसरी कार से वहां आए थे.'