बिपाशा बैक टू बैक हॉरर फिल्मों में नजर आ रही हैं. 'राज़-3' के बाद उनकी 'आत्मा' रिलीज होने जा रही है. बिपाशा से उनकी फिल्म और पर्सनल लाइफ को लेकर बातचीत के प्रमुख अंशः
'राज़-3' के बाद 'आत्मा'. लगता है आपको भूतों से कुछ ज्यादा ही लगाव हो गया है?
मैंने यह कभी नहीं सोचा था कि 'राज़-3' के बाद 'आत्मा' करूंगी. कहानी अच्छी थी, न नहीं कर पाई. आपको हैरानी होगी कि मुझे हर हफ्ते 10 हॉरर फिल्मों के ऑफर आते हैं.
नवाज़ुद्दीन के साथ आपकी जोड़ी?
दर्शकों को हमारी जोड़ी पसंद आएगी. दरअसल मैं सुजॉय घोष की फिल्म कहानी से ही नवाज़ की फैन हूं. मैंने फिल्म देखते ही सुजॉय को फोन करके पूछा कि यह आईबी ऑफिसर कौन है. जब सुजॉय ने मुझे बताया कि वह नवाज़ुदीन सिद्दीकी है तो मैंने सोचा था कभी मिलूंगी.
डॉयल के साथ काम करने का एक्सपीरियंस?
पांच साल की डॉयल के साथ काफी धीरज रखना पडता था. वह इतनी कच्ची थी कि उसे पता ही नहीं क्या हो रहा है. नींद आती तो सो जाती. भूख लगे तो खाना चाहिए. मैंने यह महसूस किया कि मां की जिम्मेदारी निभाना बहुत मुश्किल है लेकिन यकीन है मैं अच्छी मां बनूंगी.
आपका अपनी मम्मी के बारे में क्या कहना है?
मेरी मम्मी मेरी सबसे अच्छी दोस्त है, लेकिन वे मेरी सबसे बड़ी जासूस भी है. जितनी जासूसी मीडिया नहीं करता उससे ज्यादा वे करती हैं. खासकर तब जब मीडिया मेरे बारे में कुछ लिखता है तब तो समझो मेरी खैर नहीं. मेरी मम्मी पूरी फिल्मी मां है.
बॉलीवुड में वूमन ओरियंटेड रोल बन रहे हैं?
विद्या बालन को छोड़ दें, तो मुझे नहीं लगता. हमारे दौर की सभी ऐक्ट्रेस बहुत ही टैलेंटेड हैं लेकिन हमें उस तरह की फिल्में नहीं मिलतीं जिनके जरिये हम बहुत कुछ कर सकें. अब आप 100 करोड़ रु. कमाने वाली हीरोइनों की फिल्मों में उनके रोल देख सकते हैं.
फिल्म में आप बहुत भावुक नजर आ रही हैं, असल जिंदगी में भी ऐसा है?
मुझे लगता है कि जिनमें भावनाएं नहीं होतीं वह खोखले लोग होते हैं. अगर आप भावुक हैं इसका मतलब आप मजबूत हैं. लेकिन ख्याल रखें कि भावनाओं में बहकर गलतियां न करें.