MeToo कैंपेन के दौरान निर्देशकों पर लगने वाले आरोपों के बाद एक और जहां एक्टर्स फिल्म डायरेक्टर्स से किनारा करते जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ शत्रुघ्न सिन्हा सुभाष घई के दोषी साबित होने के बाद भी उनके साथ काम करते नजर आ सकते हैं. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक शत्रुघ्न ने MeToo के बारे में कहा, "हालांकि यह जाहिर तौर पर एक भली और काबिल-ए-तारीफ सोच थी लेकिन अब यह बिलकुल मुफ्त की चीज बन गया है."
कोई भी किसी का भी नाम लेकर किसी को भी बदनाम कर सकता है. मीडिया के एक तबके की मदद से तमाम लोगों की इज्जत और नौकरियां जा रही हैं. मैं उन सभी आवेशित महिलाओं से कहना चाहूंगा कि प्लीज कोर्ट जाएं और इस बात की तसल्ली करें कि दोषियों को सजा मिले. सुभाष घई के साथ काम करने के बारे में भी शत्रुघ्न खुलकर बोले.
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह भविष्य में सुभाष घई के साथ काम करना चाहेंगे? तो इस पर उन्होंने कहा, "क्यों नहीं, यदि वह निर्दोष पाए जाते हैं तो क्यों नहीं? यदि वह दोषी भी पाए जाते हैं और इसके बाद उन्हें दी गई सजा काट लेते हैं तो मैं उनके साथ काम करूंगा. संजय दत्त ने जेल में अपनी गलतियों की सजा काटी और अब हमारी विशाल हृदय वाली इंडस्ट्री में वापस आ गए हैं.
जब शत्रुघ्न से पूछा गया कि तमाम लोग तो MeToo के आरोपियों के साथ काम करने से इनकार कर रहे हैं तो उन्होंने कहा, "यह सब ढकोसलेबाजी है. मेरी समझ में नहीं आता. उन्हें संजय दत्त के साथ काम करने में दिक्कत नहीं है जो कि दोषी पाया गया. लेकिन उन्हें उस आदमी के साथ काम करने में परेशानी है जिस पर आरोप साबित होने अभी बाकी हैं. सिर्फ इसलिए ताकि वे MeToo Movement के हीरो दिख सकें.