महिला केंद्रित फिल्में बनाने के लिए पहचाने जाने वाले डायरेक्टर मधुर भंडारकर का मानना है कि अब भी ऐसे बहुत से मुद्दे हैं, जिन्हें ऐसी फिल्मों के जरिए उठाया जाना बाकी है.
'चांदनी बार,' 'पेज 3,' 'फैशन,' 'कॉरपोरेट' और 'हिरोइन' जैसी फिल्में के जरिए हीरोइन प्रधान फिल्मों का चलन शुरू करने वाले मधुर ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि महिला केंद्रित फिल्में बॉलीवुड में बन रही हैं और टॉप एक्ट्रेस को उनका हक मिल रहा है.
मधुर ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मुझे खुशी है कि बहुत से अन्य लोग महिला प्रधान फिल्में बना रहे हैं. मुझे लगता है कि हमारे देश में ऐसे बहुत से मुद्दे हैं, जिन्हें महिलाओं के प्रति हमारे नजरिए के माध्यम से बताया जाना जरूरी है. ऐसे दर्शक हैं, जो इस तरह का सिनेमा देख रहे हैं. हालांकि एक्ट्रेसेस ने सफल फिल्में देकर खुद को साबित किया है लेकिन यदि मेहनताने के स्तर पर देखा जाए तो अब भी अंतर बना हुआ है.'
मधुर ने कहा, 'यह पुरूष प्रधान इंडस्ट्री है. फिर चाहे हॉलीवुड हो या बॉलीवुड, सब जगह ऐसा होता है. हालांकि उनका मानना है कि यह चलन बदल रहा है और कम से कम टॉप एक्ट्रेस को तो उनका हक मिल रहा है. उन्होंने कहा, 'बहुत सी एक्ट्रेस धीरे-धीरे और लगातार दीपिका पादुकोण जैसी स्थिति में पहुंच रही हैं. प्रियंका चोपड़ा, कटरीना कैफ एक ऐसे स्तर तक पहुंच गई हैं, जहां उन्हें अच्छा मेहनताना और वह हक मिलता है, जो वह चाहती हैं. यह अच्छी बात है.'
इनपुट: PTI