अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बहुत जल्द फिल्म 'एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' रिलीज होने जा रही है और उसके सिलसिले में हमने उनसे मुलाकात की, जहां सुशांत ने पर्सनल और प्रोफेशनल सवालों का जवाब दिया, पेश हैं उसी के मुख्य अंश.
क्या आपको 'ब्योमकेश बक्शी' फिल्म के फ्लॉप होने से नुकसान हुआ है?
ये मुझे प्रभावित नहीं करता क्योंकि मेरे पास 4-5 फिल्में अभी भी हैं. मैं शोहरत पैसे और सुरक्षा के बारे में ज्यादा नहीं सोचता. जितना भी मेरे पास है, बहुत है. मेरा सबसे ज्यादा
फोकस किरदारों को निभाने के लिए होता है. मुझे बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, अभी क्या पता मैं 5 साल बाद फिल्में करना छोड़ दूं, क्योंकि जब इंजिनीयरिंग छोड़ रहा था, तब लोगों
का कहना था की ऐसा क्यों कर रहे हो. जब टीवी में पॉपुलर हुआ तो उसे छोड़ दिया क्योंकि मुझे फिल्में करनी थी.
कुछ दिनों पहले आपने भाई- भतीजावाद के बारे में लिखा था?
जी, वो सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं, बल्कि हर जगह होता है. इसकी वजह से लंबे रन के लिए इंडस्ट्री को नुकसान भी पहुंच सकता है. वैसे हमारी इंडस्ट्री में भाई भतीजावाद कम
है, अन्यथा मुझे तो कोई फिल्म ही नहीं मिलती.
सुना है फिल्म 'पानी' की वजह से आपको कई फिल्में छोड़नी पड़ी?
जी, पानी की वजह से कुछ फिल्मों को छोड़ने की खुशी है, लेकिन 4-5 फिल्मों को छोड़ने का गम भी है. उनके नाम लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि मैं उनके बारे में सोचता ही नहीं.
वैसे पानी की शूटिंग से पहले शेखर कपूर सर के साथ जो वक्त मैंने बिताया था उसके दौरान मैंने बहुत सारी चीजें सीखी. किरदारों को करीब से देख पाने का मुझे मौका मिला.
इन दिनों कहां व्यस्त हैं?
मैं फिल्में कर रहा हूं, और जल्द ही प्रोड्यूस भी करूंगा. मैं किसी के साथ मिलकर ही फिल्मों को प्रोड्यूस करूंगा. अगले साल ऑफिशियल घोषणा करूंगा.
महेंद्र सिंह धोनी के बारे में क्या कहना चाहेंगे?
वो एक ऐसे इंसान हैं जो कि वर्तमान में जीते हैं. उन्हें भविष्य या भूतकाल की चिंता नहीं है.
कपिल के ट्वीट से बवाल हुआ?
ट्विटर के लिए मेरा मानना है कि या तो मत बोलिये, या बोलिये तो सोच के बोलिए.
इसके बाद कौन-कौन सी फिल्में?
'राबता', फिर परिणीति और इरफान खान के साथ 'तकद्दुम', फिर एक धर्मा प्रोडक्शन की फिल्म है, उसके बाद एक अंतरिक्ष यात्री पर फिल्म है जिसका नाम 'चंदा मामा दूर के' , फिर
बायोपिक है 'मुरलीकांत पेटकर' की जिंदगी पर.