मशहूर फिल्म निर्माता मुकेश भट्ट ने सिनेमा हाल में सुप्रीम कोर्ट के राष्ट्र गान को अनिवार्य ना करने के फैसले का स्वागत किया है. साथ ही विवादास्पद बयान देते हुए उन्होंने यह भी कह डाला कि अगर हॉल में सनी लियोनी की फिल्म लगी है तो उसमें नेशनल एंथम प्ले कैसे किया जा सकता है.
अभी कुछ ही दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने ये फैसला सुनाया था कि सिनेमा हॉल में अब हर फिल्म में राष्ट्रगान बजाना जरूरी नहीं होगा. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का बहुत लोगों ने स्वागत किया जिनमें मुकेश भट्ट भी शामिल हैं.
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भट्ट ने कहा कि वो सुप्रीम कोर्ट के इस बयान का स्वागत करते हैं और अपने राष्ट्र गान के प्रति सम्मान का इससे अच्छा फैसला नहीं हो सकता. भट्ट के मुताबिक हमें अपने राष्ट्रगान की पवित्रता का ख्याल रखना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि इसे सिर्फ स्कूलों और एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स में ही बजाना चाहिए ताकि इसकी गरिमा बनी रहे. किसी एंटरटेनमेंट पॉर्लर में इसे प्ले करने की कोई आवश्कता नहीं है. सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला सराहनीय है.
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इससे पहले नवंबर 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला सुनाया था जिसमें उसने देश के सभी सिनेमा हॉल में फिल्म से पहले राष्ट्रगान बजाना अनिवार्य कर दिया था. बाद में सरकार ने एफिडेविट के जरिए इस फैसले पर दोबारा विचार करने को कहा और नतीजतन सिनेमा हॉल से राष्ट्रगान की अनिवार्यता हटाई गई.