नागेश कुकनूर की फिल्म धनक को 65वें बर्लिन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के लिए चुना गया है. फेस्टिवल 5 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. फिल्म जनरेशन केप्लस कैटगरी में मुकाबला करेगी. इसमें 11 से 14 साल की उम्र के बच्चों की 11 सदस्यीय ज्यूरी होगी.
नागेश इकबाल, डोर और हैदराबाद ब्लू जैसी फिल्में बना चुके हैं. नागेश बताते हैं, “मैंने खुद से वादा किया था कि जब तक मेरी फिल्म बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में शिरकत नहीं करेगी तब तक मैं वहां नहीं जाऊंगा. मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि वाकई ऐसा हो चुका है.”
इकबाल की तरह धनक का मेन कैरेक्टर भी विकलांगता का शिकार है. लेकिन एकदम अलग ढंग से. यह कहानी 8 साल के नेत्रहीन लड़के की है जिसकी 11 साल की बहन है और वह उससे वादा करती है कि वह उसके 10 साल के होने से पहले उसकी आंखों की रोशनी लौटा देगी. फिल्म को राजस्थान की पृष्ठभूमि में रचा गया है.
नागेश बताते हैं, “धनक लक्ष्मी से एकदम अलग फिल्म है. एक दिन काम करते समय यह कहानी मेरे दिमाग में कौंधी थी. मुझे लगा कि यह फिल्म बनानी है.” सूत्रों पर यकीन करें तो फिल्म शाहरुख खान कैमियो कर रहे हैं. जिस बारे में नागेश कहते हैं, “एसआरके की शोहरत इस कहानी के लिए काफी काम की चीज है और बच्चों के सफर को मजबूत ढंग से खत्म करती है. इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कह सकता.”