संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत पर देशभर में हिंसा जारी है. मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया ने बुधवार को ही फैसला ले लिया था राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में उसके सदस्यों की ओर से फिल्म स्क्रीन नहीं की जाएगी. इस एसोसिएशन के नेतृत्व में देश की 75 प्रतिशत मल्टीप्लेक्स हैं. ये फैसला कुछ थियेटर्स और उनके बाहर हिंसा आगजनी की घटनाओं के बाद लिया गया था. भंसाली की फिल्म 25 जनवरी को रिलीज हुई. लेकिन उसे दूसरे राज्यों के तमाम शहरों में रिलीज नहीं किया गया है. आइए जानते हैं पद्मावत चार राज्यों के अलावा और किन किन इलाकों में स्क्रीन नहीं हुई.
उत्तर प्रदेश:
इस राज्य में फिल्म को मिर्जापुर, ललितपुर, जौनपुर के सिनेमा घरों में नहीं दिखाया जा रहा है. मुगलसराय में सिर्फ 10 प्रतिशत लोग फिल्म का पहला शो देखने आए. उत्तर प्रदेश में अपर पुलिस महानिदेशक क़ानून व्यवस्था की ओर से एक सुरक्षा एडवाइजरी भी जारी हुई थी. इसमें पद्मावत के रिलीज होने के संबंध में कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस को सर्तकता बरतने के निर्देश दिए गए थे. लेकिन राजपूत संगठनों के प्रदर्शन की वजह से फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं हो रही है.
हरियाणा:
सोनीपत में सिनेमाघर के मालिकों ने फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं की. राज्य के कई और इलाकों में प्रदर्शन की खबरें हैं.
बिहार:
बिहार में भी करणी सेना और राजपूत संगठन फिल्म का काफी विरोध कर रहे हैं. मोतिहारी, पटना, भागलुर और दरभंगा में सिनेमाघर मालिकों ने फिल्म स्क्रीन नहीं हुई. इसके अलावा पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचाल के सिनेमाघर के मालिकों ने अपने हॉल में फिल्म नहीं दिखाने का फैसला लिया है. सिनेमाहॉल मालिकों को कहना है कि ऐसा सुरक्षा कारणों से किया जा रहा है. सिंगल स्क्रीन मालिकों ने फिल्म रिलीज से पूरी तरह हाथ खींच लिए हैं.
जम्मू:
यहां 6 सिनेमाहॉल हैं, जिनमें सिर्फ एक ने पद्मावत की स्क्रीनिंग की. जम्मू के इंद्रा सिनेमा के टिकट काउंटर पर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की घटना सामने आई है.
झारखंड:
रांची के प्लाजा सिनेमा में सन्नाटा पसरा है. यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम हैं. सिनेमाघर के मालिकों का कहना है कि एक भी टिकट बुक नही हुआ है. पब्लिक में दहशत का माहौल बना हुआ है. वहीं, देवघर में पद्मावत का की स्क्रीनिंग नहीं हो रही है.रामगढ में करनी सेना समेत कई दूसरे संगठनों ने सड़कों पर मोटरसाइकिल जुलुस निकाला और हथियार लहराए. देवघर, जमशेदपुर, धनबाद फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन का माहौल नजर आया. प्रदर्शनकारियों ने फिल्म नहीं चलाने की धमकी दी. सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे.