संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' पर जारी विवाद थमता नजर नहीं आ रहा. फिल्म की रिलीज 1 दिसंबर को प्रस्तावित है. हालांकि यह साफ़ नहीं हो पाया कि फिल्म तय तारीख पर ही सिनेमाघरों में हो पाएगी की नहीं. वैसे बता दें कि शुरू से ही यह फिल्म चर्चाओं में है. इसकी कहानी, स्टार कास्ट, कॉस्टयूम और विवाद पर खूब चर्चाएं हो रही हैं. बताया जा रहा है कि फिल्म में दीपिका ने जो जेवर पहने हैं वो करीब 20 किलो के हैं. आपको बता दें कि दीपिका के जेवर बनाने के लिए 400 किलो सोना को मोल्ड किया गया है. 400 किलो सोना का मूल्य मौजूदा प्राइस के हिसाब से करीब 11 करोड़ 79 लाख है.
इसकी जानकारी फिल्म की ज्वैलरी डिजाइनर क्वीता रावत ने दी. क्वीता तनिष्क की डिजाइन मैनेजर हैं. एक वीडियो में बताया गया कि कैसे और किस तरह शाही जेवरों को तैयार किया गया.
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क्वीता ने बताया कि यह कहानी 13वीं और 14वीं शताब्दी की है. उस समय की रानियां कैसे गहने पहनती थीं, इसका कहीं रिकॉर्ड नहीं था. कोई रेफरेंस बुक भी नहीं था, जिससे हमें जानकारी मिल सकती थी. जानकारी जुटाने के लिए क्वीता की टीम ने देश भर का भ्रमण किया. उन्होंने कई म्यूजियमों के चक्कर लगाए.
क्वीता कहती हैं कि हमने गहने बनाने के लिए बहुत रिसर्च किया, बहुत से राजा-महराजाओं की गहनों की किताबें पढ़ीं. हमने कई इतिहासकारों से पूछा कि उस समय की रानियां कैसे गहने पहनती थीं.
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रानी पद्मिनी के गहने बनाना कितना मुश्किल काम था, इसका पता इसी बात से चलता है कि इसे बनाने के लिए 200 कारीगरों ने 600 दिनों तक काम किया. इसके लिए 400 किलो सोना को मोल्ड किया गया. गहनों में बहुत से स्टोन्स लगाए गए.
कुन्दन और मीनाकारी वर्क के हर पीस के लिए 5 कारीगर थे. राजपूताना कल्चर मोर, घोड़े, हाथी की थीम पर बनी गहनों पर फोकस करती थी.
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दीपिका के सिर्फ गहने ही भारी नहीं थे, बल्कि उनके कॉस्ट्यूम्स का वजन भी बहुत ज्यादा था. दरअसल, जरी के काम की वजह से उनका वजन ज्यादा है. भारी-भरकम कॉस्ट्यूम्स में ही दीपिका ने लंबे-लंबे शूट किए हैं. दीपिका को रानी पद्मावती बनने के लिए कम से कम 1 घंटा लगता था.