14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की सारे देश ने कड़ी आलोचना की. बॉलीवुड सेलिब्रिटीज भी सोशल मीडिया और अन्य तरीके से अपना गुस्सा और विरोध जाहिर कर रहे हैं. इसी कड़ी में जावेद अख्तर और शबाना आजमी ने प्रस्तावित कराची दौरा रद्द कर दिया. अब इस पर पाकिस्तान के कला प्रेमियों ने निराशा जाहिर की है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ फिल्म क्रिटिक ओमेर अल्वी ने ने कहा, "शबाना और जावेद साहब प्रोग्रेसिव लोगों में से हैं. वह हमेशा भारत-पाक रिश्तों की बेहतरी के पक्ष में बोलते रहे हैं. पुलवामा पर उनका यह फैसला कला और साहित्यिक समुदाय के लिए चौंकाने वाला है." उन्होंने कहा, "मैं उनकी आलोचना नहीं कर रहा, लेकिन उन्होंने पुलवामा घटना पर जिस तरीके अपना बयान दिया है उसे बहुत बुरा महसूस कर रहा हूं."
आर्ट्स काउंसिल ऑफ पाकिस्तान ने कहा, "हमें दोनों कलाकारों के फैसले पर पछतावा है." आर्ट्स काउंसिल के अध्यक्ष ने कहा, "जावेद अख्तर की टिप्पणी साहित्यकार समुदाय के लिए बिलकुल भी उचित नहीं है." पुलवामा घटना के बाद शबाना आजमी ने कहा था- ''मैंने और जावेद अख्तर ने यह फैसला लिया है कि हम कराची में हो रहे कैफी आजमी के जन्म शताब्दी के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे.''
शबाना आजमी और जावेद अख्तर के करानी न आने को लेकर तरह तरह की चर्चाएं हैं. शबाना, जावेद की ओर से कराची का दौरा कैंसल करने के बाद एक रिपोर्ट में डॉन ने लिखा कि पहले ही शबाना आजमी के स्वाइन फ़्लू की चपेट में आने की खबर थीं. इस हालत में वो किसी भी सूरत में फोरम में नहीं आतीं.
Kranchi art council had invited. Shabana and me for a two day lit conference about Kaifi Azmi and his poetry . We have cancelled that . In 1965 during the indo Pak war Kaifi saheb had written a poem . “ AUR PHIR KRISHAN NE ARJUN SE KAHA “
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 15, 2019
I have a special relation with CRPF. I have written Their anthem Before putting the pen to paper I met a number of CRPF officers n what ever I learned my respect admiration and love for these braves increased by many a fold Today I share the grief of the dear ones of the martyrs
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 14, 2019
#Pulwama attack There is no way we can carry on with cultural exchanges between India and Pakistan even as our martyrs are laying down their lives for us. I stand in solidarity with the grieving families.
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) February 15, 2019
बता दें कि दोनों कराची आटर्स काउंसिल ने कैफी आजमी के 100वें जन्म शताब्दी के मौके पर दो दिन का आयोजन रखा है. इस दौरान पाकिस्तान और दुनिया के अलग-अलग कोने से कवि और साहित्यकार आने वाले हैं. इस इवेंट में शामिल होने के बाद जावेद और शबाना को बुलाया गया था, जिसमें शामिल होने के लिए दोनों ने जाने की योजना बनाई थी. लेकिन बाद में उन्होंने मना कर दिया.
पुलवामा में टेरर अटैक के बाद जावेद अख्तर ने अपने बयान में कहा था कि इस हालात में पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का संबंध रख पाना नामुमकिन है. ये सब बर्दास्त से बाहर है. वहीं, शबाना आजमी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा था- ''जब देश के जवान हमारे लिए अपना जीवन दांव पर लगा रहे हो तब इस स्थिति में पाकिस्तान और भारत के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कर पाना मुश्किल है. मैं शहीदों के परिवारों के साथ खड़ी हूं.''
क्या ये है पाकिस्तान नहीं जाने की वजह
बताते चलें कि कुछ दिन पहले शबाना आजमी ने खुद बताया था कि उन्हें स्वाइन फ्लू हुआ है. इसलिए वह अभी आराम कर रही है. स्वाइन फ़्लू के बाद वो कई इवेंट से नदारद हैं. स्वाइन फ्लू की वजह से वह पाकिस्तान नहीं जा रही हैं और उनका न जाना पहले से तय था.