कंगना रनौत की फिल्म पंगा का ट्रेलर रिलीज हो चुका है. फिल्म की कहानी एक महिला कबड्डी प्लेयर की है, जो अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए उम्र से लड़ते हुए देश के लिए कबड्डी प्लेयर बनने का सपना देखती है. उसके सपने सच्चे हैं, बहुत से लोगों को उम्मीदों के पंख देते हैं. कहानी में वो सबकुछ है जो किसी को पसंद आए लेकिन कहानी में वो बात नहीं है जो दिल को छू जाए. इसकी एक नहीं कई वजहें भी हैं.
कंगना की पंगा के ट्रेलर को देखकर प्रियंका चोपड़ा की मैरीकॉम और शाहरुख खान की चक दे इंडिया याद आ जाएगी. फिल्म का ट्रेलर देखकर लगता है जैसे ये दोनों फिल्मों मैरीकॉम और चक दे इंडिया का कॉकटेल है. फिल्म में वो सब दिखाया गया है जो हमने दूसरी फिल्मों में देखा है, पंगा टाइटल नया है लेकिन कहानी पुरानी है.
कहानी में नहीं दम
पंगा में कंगना को देखकर ये लगता ही नहीं कि वो जया निगम का रोल निभा रही हैं. वह ट्रेलर में भी कंगना रनौत ही नजर आ रही हैं. फिल्म की कहानी प्रेरणादायक है, कंगना मां बन चुकी है, जिम्मेदारियों की वजह से नेशनल कबड्डी प्लेयर लेवल प्लेयर बनने का सपना छोड़ चुकी है. सारी मजबूरियों को दरकिनार रखते हुए वो लड़ती है, पंगा लेती है और प्लेयर बनती है. ये सब एक अच्छी कहानी का हिस्सा है. लेकिन पूरी कहानी देखने के बाद एक सवाल रह जाता है कि इसमें नया क्या है? प्लेयर की कड़ी ट्रेनिंग चक दे इंडिया में बखूबी देखी है. एक मां का मैदान में दोबारा लौटना मैरीकॉम से बेहतर शायद की किसी फिल्म में दिखाया गया हो. ऐसे में इस फिल्म को देखकर पुरानी फिल्मों की यादें जरूर ताजा हो रही हैं. कंगना के रियल और रील किरदार में कोई नयापन भी नहीं है. तनु वेड्स मनु रिटर्न की दत्तो से जया निगम निगम की तुलना करें तो रिजल्ट साफ हो जाता है कि जया में कोई खास बात नहीं है.
स्टोरी लाइन में नहीं कोई पंच
ट्रेलर में न तो कोई पंच है न कोई डायलॉग हैं. अश्विनी अययर तिवारी ने जिस तरह बरेली की बर्फी और निल बटे सन्नाटा दिखाई थी. उस लिहाज से उम्मीद थोड़ा ज्यादा थी. लेकिन पंगा का ट्रेलर उन सारी उम्मीदों पर पानी डालने कामयाब है. फिल्म कैसी होगी ये 24 जनवरी को पता चलेगा लेकिन ट्रेलर के हिसाब से यही कहेंगे कि कंगना ने बेकार का पंगा जरूर ले लिया है.