बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान की आने वाली फिल्म 'बजरंगी भाईजान' इसी ईद पर रिलीज होने जा रही है. सलमान के चाहने वाले इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. लेकिन शायद ही आपको पता हो कि फिल्म की बच्ची हर्षाली को किसी भी पब्लिक प्लेस पर जाने की इजाजत तब तक नहीं है जब तक कि फिल्म रिलीज ना हो जाए. इसके लिए बच्ची के माता-पिता के साथ फिल्म प्रोड्यूसर्स का कॉन्ट्रैक्ट हुआ है. इसी तरह की फिल्म 'बजरंगी भाईजान' से जुड़ी और भी कई रोचक बातें सलमान खान ने हमारी टीम से शेयर कीं. आइये जानते हैं.
आपका किरदार 'पवन कुमार चतुर्वेदी' कैसा है?
एक गाँव का भोला भाला, शरीफ, मेहनती बच्चा है जो कि पिता को इम्प्रेस करना चाहता है, दसवीं में दस बार फेल है, क्योंकि चीटिंग करके पास होने की आदत नहीं है.
तो यह किरदार नकल करके पास नहीं होना चाहता. सच के लिए हमेशा से तैयार है. हिन्दू परिवार का बच्चा है, कभी भी मुस्लिमों को देखा नहीं है.
फिल्म में आप और करीना भी हैं, वह मुलाक़ात कैसे होती है?
मेरी और करीना की मुलाक़ात फिल्म में 5 रुपये की वजह से होती है. पवन करीना को 'बहनजी' कहकर बुलाता है. करीना पवन की सच्चाई से प्रभावित होकर उसे पसंद
करने लगती हैं.
ये पाकिस्तान की बच्ची किस तरह से भारत आती है?
दरअसल कुरुक्षेत्र में एक फंक्शन के दौरान बजरंगबली के भक्त पवन कुमार चतुर्वेदी नाच गा रहे होते हैं और वहां उन्हें एक भूखी प्यासी बच्ची मिल जाती है फिर कहानी
आगे बढ़ती है. बस पवन कुमार टिपिकल हिन्दू परिवार से है, उसे बाहर की दुनिया का कुछ भी पता नहीं होता.
फिल्म के नाम पर भी कई सारे सवाल उठाये जा रहे हैं?
किरदार 'पवन कुमार चतुर्वेदी' है, हनुमान जी का बहुत बड़ा भक्त है इसीलिए प्यार से लोग इसे 'बजरंगी' के नाम से बुलाते हैं. जब यह पाकिस्तान चला जाता है तो वहां
पर उसे 'भाईजान' बुलाया जाता है तो इस तरीके से वह 'बजरंगी भाईजान' हो जाता है.
आपके हिसाब से फिल्म का सबसे अहम सीन कौन सा है?
एक छोटा सा सीन लेकिन काफी अहम है जब मुन्नी को लेकर पाकिस्तान पहुंच जाते हैं और वहां सारी सच्चाई बताने लगते हैं की बच्ची किस तरह से भारत पहुंच गई थी
और उसको लेकर वापिस पाकिस्तान आये हैं, तो वो किरदार बोलता है, 'तुम भारत से पाकिस्तान इस बच्ची को इसके अम्मी अब्बु से मिलवाने के लिए आए हो, अगर
आपके जैसे कुछ और होते तो बात ही कुछ और होती ना भाईजान. बहुत ही सुन्दर सीन है. छोटा लेकिन काफी अहम.
आपका और नवाज का क्या सामंजस्य है?
नवाजुद्दीन फिल्म में एक जर्नलिस्ट हैं उन्हे हर पत्रकार की तरह खबरें चाहिए होती हैं. जब उन्हें पता चलता है कि जो वो खोज रहे हैं दरअसल वो है ही नहीं, तो उनका
स्टोरी में इंट्रेस्ट ही ख़त्म हो जाता है. उन्हें लगता है कि मैं एक आतंकवादी या घुसपैठी हूं.
उम्मीद की जा सकती है कि फिल्म पाकिस्तान में भी रिलीज होगी?
जी मुझे नहीं लगता है कि इस फिल्म में कुछ भी ऐसा है जो भारत या पाकिस्तान के विरुद्ध है. अगर आपको हिन्दुस्तान पाकिस्तान की लड़ाई देखनी है तो आपको इस
फिल्म को देखने की जरूरत नहीं है. आप आइये ही मत. यह एक भरपूर मनोरंजन वाली फिल्म है. किरदारों के बड़प्पन की फिल्म है.
'एक था टाइगर' पाकिस्तान में रिलीज नहीं हुई?
हां उनका सेंसर बोर्ड का कुछ प्रॉब्लम था, शायद उनको इस बात से दिक्कत थी कि लड़की हमेशा पाकिस्तान की ही क्यों होती है.
आपने करीना कपूर खान को ही क्यों चुना, कहीं कोई पर्सनल रिलेशन तो नहीं था?
जी काम में कोई भी पर्सनल रिलेशन काम नहीं आता. आप काम के साथ पर्सनल रिलेशन को मिक्स नहीं कर पाते. जब करीना कपूर स्क्रीन पर कोई बात सलमान खान
को समझाती हैं तो दर्शकों को लगना चाहिए कि वो इस बात को समझ गया. करीना के किरदार की यही खूबी है की उनका होना फिल्म में जरूरी था. इसी कारण से
करीना की कास्टिंग हुई है.
क्रॉस बॉर्डर की बात है फिल्म में, तो कहीं ना कहीं पॉलिटिक्स भी आएगी?
प्यार और मोहब्बत के अलावा इस फिल्म में और कुछ नहीं है. अगर पॉलिटिक्स आ रही है तो वो बस नेगेटिव ही आएगी.
फिल्म के टाइटल को लेकर काफी हिन्दू-मुस्लिम कॉन्ट्रोवर्सी होने की आशंका है?
मैं खुद हिन्दू-मुस्लिम हूं. ईसाई भी हूं. तो इस तरह की जो भी बातें हैं वो निराधार हैं.
ईद पर रिलीज करने की क्या वजह होती है?
मेरी फिल्म 'रमादान' में आती है. किक फिल्म भी ईद से तीन दिन पहले रिलीज हुयी थी. छुट्टी का माहौल होता है फिल्म इंडस्ट्री आजकल इन फेस्टिवल्स को फिल्मों के
साथ सेलिब्रेट किया जाता है.
आप तीनो खान्स (सलमान, शाहरुख और आमिर) ने बड़े-बड़े त्योहारों को अपनी रिलीज के लिए पहले से ही बुक कर लिया है, बाकी एक्टर्स अपनी फिल्म कब रिलीज करें?
हम भी कभी वो दूसरे स्टार हुआ करते थे. कुछ सही किया होगा हमने तभी हमारे फैंस ने हमको यह मकाम दिया है. तो बाकी एक्टर्स का भी टाइम आएगा. सब मेहनत है
.
2000 के जमाने में आपका टाइम खराब चल रहा था, फिल्में नहीं चल रही थी?
मेरा वक्त कभी खराब नहीं हुआ था. जबसे पैदा हुआ हूं, मेरा टाइम कभी खराब नहीं हुआ है. जिस दिन जन्म हुआ एक बेहतरीन फैमिली में हुआ. आज भी मेरी छोटी
ऊंगली काम करती है इससे अच्छा क्या होगा माता पिता फिट हैं, भाई बहन खुश हैं. उनके बच्चे बच्चियां पढ़ लिख रहे हैं. अगर अभी भी कहा गया की मेरा टाइम खराब
चल रहा था तो खुद के लिए 'नाशुक्रे' ही कहलाएंगे.
कभी खुद की फिल्में टीवी पर देखते हैं तो क्या फील करते हैं?
देखते हैं और खूब हंसने का मौका मिलता है. अभी हाल ही में 'सनम बेवफा' टीवी पर आ रही थी, मैं एनडी स्टूडियो में था, मेरा मेक अप आर्टिस्ट राजू देख रहा था तो
फिल्म देखते वक्त वो दिन याद आता है. मेरा और राजू का साथ 'मैंने प्यार किया' के जमाने से है, तो हम उन दिनों के बारे में सोचने लगते हैं.
पहले आप 3-3 शिफ्ट में भी काम करते थे?
जी उन दिनों में तो करते थे ,जैसे संजय लीला भंसाली की फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम ' के दौरान भी मैं 3-3 शिफ्ट में काम करता था, 'हम दिल दे चुके सनम,' 'बीवी
नंबर 1' और 'कुछ कुछ होता है' एक साथ शूट कर रहे थे. उसके बाद धीरे-धीरे सिर्फ एक फिल्म पर ज्यादा फोकस करने लगे. और आज कल एक टाइम पर एक ही
फिल्म करते हैं.
'सुल्तान' की शूटिंग कब से शुरू कर रहे हैं?
इसी साल नवम्बर में शुरू हो जायेगी.
'दबंग 3' भी ईद पर ही आएगी.
हां उसके लिए भी तैयार हूं, 2017 में आने का प्लान है.