जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और जम्मू कश्मीर, लद्दाख के रूप में केंद्र शासित राज्य की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार देश को संबोधित किया है. उन्होंने कहा जो सपना सरदार पटेल का था, बाबा साहेब अंबेडकर का था, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का था, अटल जी और करोड़ों देशभक्तों का था, वो अब पूरा हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा कि देश में लागू कई बड़े कानून जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं था जो यहां के लोगों के अधिकारों से वंचित करता था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे देश में कोई भी सरकार हो, वो संसद में कानून बनाकर, देश की भलाई के लिए काम करती है. किसी भी दल की सरकार हो, किसी भी गठबंधन की सरकार हो, ये कार्य निरंतर चलता रहता है. कानून बनाते समय काफी बहस होती है, चिंतन-मनन होता है, उसकी आवश्यकता को लेकर गंभीर पक्ष रखे जाते हैं.
उन्होंने इसके अलावा दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में बॉलीवुड और साउथ इंडस्ट्री के फिल्ममेकर्स से आग्रह किया कि वे यहां आकर फिल्मों की शूटिंग करे और निवेश करें ताकि स्थानीय रोजगार में बढ़ावा हो सके. उन्होंने इसके अलावा उस दौर की भी बात की जब कश्मीर में फिल्मों की शूटिंग लगभग बंद हो गई थी.
पीएम मोदी ने कहा, 'एक जमाना था जब बॉलीवुड की फिल्मों की शूटिंग कश्मीर में होती थी. उस दौर में शायद ही कोई ऐसी फिल्म होती थी जिसकी शूटिंग कश्मीर में नहीं होती थी. अब जम्मू कश्मीर में स्थितियां सामान्य होगी तो देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के कई फिल्ममेकर्स कश्मीर में शूटिंग करने के लिए आ सकेंगे और इसके साथ ही साथ कश्मीर के लोगों के लिए रोजगार के अनेक मौके पैदा होंगे.'
उन्होंने कहा, 'मैं हिंदी फिल्म इंडस्ट्री, तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री और तमिल फिल्म इंडस्ट्री और इससे जुड़े लोगों से आग्रह करूंगा कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में निवेश के बारे में, फिल्म की शूटिंग्स से लेकर, थियेटर्स और अन्य साधनों की स्थापना के बारे में जरूर सोचें और उन्हें प्राथमिकता दें.'
इसके अलावा उन्होंने जम्मू कश्मीर और लद्दाख में 370 हटाने के बाद होने वाले तमाम फायदों की भी चर्चा की.