शाहरुख खान के साथ 'डॉन' सीरीज की दो फिल्में करने के बाद प्रियंका चोपड़ा इसके तीसरे पार्ट में होंगी या नहीं, 'बाजीराव मस्तानी' में काशीबाई का रोल करने की क्या वजह रही, क्या 'इंटरनेशनल स्टार' का टैग उनको पसंद है - जैसे कई सवालों पर प्रियंका ने दिए दिलचस्प जवाब-
इन दिनों आप इंडिया में कम नजर आती हैं?
हां, काम के चलते ऐसा हो रहा है. बीती रात मुंबई आई थी और अभी वापस चली जाउंगी. 24 घंटे से भी कम समय मुंबई में गुजार पाई हूं.
'क्वांटिको' सीरीज और फिल्में कैसे मैनेज कर रही हैं?
ग्लोबल नाम करना है तो मैनेज तो करना ही पड़ेगा. मैं अपनी पसंद का काम कर रही हूं. मुझे गर्व है कि मैं इतना सब मैनेज कर पा रही हूं. हालांकि थकान हो जाती हूं लेकिन मुझे
पता है कि काम करने का भी यही समय है.
क्या अब आपको 'इंटरनेशनल स्टार' कहा जा सकता है?
हां, क्यों नहीं! लेकिन मैं हमेशा एक 'इंडियन स्टार' पहले कहलाना चाहूंगी.
'बाजीराव मस्तानी' में काशीबाई का रोल क्यों पसंद किया?
ऑफर आने पर मैंने आंखें बंद करके संजय सर को फिल्म के लिए हां कह दी थी. यह फिल्म भी उनके लिए की है. मैं पहली एक्ट्रेस थी जिसे इस फिल्म के लिए कास्ट किया गया
था. जब मैं मनाली में 'मैरी कॉम' शूट कर रही थी, तभी मनाली में संजय लीला भंसाली ने इस फिल्म का जिक्र किया और मैंने सिर्फ उनके लिए हां कह दिया. वैसे भी काशीबाई के
बारे में इतिहास में ज्यादा कुछ नहीं कहा गया है, काशीबाई की कोई गलती नहीं थी लेकिन उसका प्यार छिन गया. मेरे लिए काफी अलग फिल्म है. आगे भी संजय सर के साथ काम
करती रहूंगी.
आप इस फिल्म की शूटिंग की शुरुआत में रोने भी लगी थीं?
तब मैं काफी भावुक हो गई थी. ऐसे कई सीन थे जो मेरी समझ के बाहर थे. उन भावों को समझना काफी मुश्किल था और 4 घंटे तैयार होने के साथ ही मराठी भाषा बोलना, ये सब
कुछ बहुत मुश्किल था. मैं काशीबाई को जी रही थी. हालांकि फिर संजय सर ने मुझे समझाया और मैंने वही किया, जो उन्होंने कहा.
आप पर एक गाना 'अब तोहे जाने ना दूंगी...' भी शूट किया गया है?
उस गाने को शूट करना एक भावुक पल था. पति को रिझाने की वह एक पत्नी की कोशिश है और बहुत भावों के साथ वह उसे अपने पास रुकने की बात कह रही है.
क्या असल जिंदगी में भी आप अपने पति को इतनी आसानी से उसके दूसरे प्यार के पास जाने देंगी?
मैं प्यार के लिए हमेशा लड़ूंगी. वो प्यार क्या, जिसके लिए लड़ाई ना हो. लेकिन मैं कभी भी किसी और महिला को अपने पति की जिंदगी में स्वीकार नहीं करूंगी. प्यार सोच के नहीं
किया जाता, वह तो बस हो जाता है.
आप और दीपिका इंडस्ट्री में पहली दोस्त थीं?
हां, इंडस्ट्री में हमारे कॉमन फ्रेंड थे जिनके जरिए हम दोनों मिले थे. हम लोग पार्टीज पर मिलते थे.
क्या इंडस्ट्री में दोस्त होने का फायदा होता है?
यकीन मानिए, मेरा करियर कभी भी किसी पर आश्रित नहीं रहा. मैंने हमेशा खुद से ही लड़ाई की है. मेरी फिल्में देख लें. मैं हर बार अपनी पिछली फिल्म से बेहतर और अलग करने
की कोशिश करती हूं. मेरे दोस्त जो भी करते हैं तो मुझे बहुत अच्छा लगता है. टैलेंट को कोई रोक नहीं सकता. उसके लिए पार्टी या नेटवर्किंग की जरूरत नहीं होती.
विदेश में रहते हुए जब आप भारत की असहिष्णुता के बारे में सुनती हैं तो क्या महसूस करती हैं?
मुझे लगता है कि सभी के पास अपनी बात कहने का हक है. पिछले दिनों अपनी बात कहने के लिए लोगों को काफी सुनाया गया है. हमारे दादा, परदादा ने 'फ्रीडम ऑफ स्पीच' के
लिए लड़ाई की थी, हम क्या कर रहे हैं? हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.
सुनने में आ रहा है कि आप 'डॉन3' और 'गुस्ताखियां' कर रही हैं?
'डॉन 3' कहां बन रही है. पिछले काफी समय से मैं यह सवाल सुनती आ रही हूं. अभी मेरे पास 4 फिल्में हैं और उनमें से 2 का चयन करूंगी. जनवरी तक तय कर लूंगी कि इनमें से
कौन-सी साइन करनी हैं.
'बाजीराव मस्तानी ' का 'दिलवाले' से क्लैश हो रहा है. इसका ट्रेलर देखा?
नहीं, मुझे अभी मौका नहीं मिला.
'क्वांटिको' के चक्कर में कई फिल्में छोड़ी हैं?
मैं एक साथ बहुत सारे प्रोजेक्ट कैसे कर सकती हूं. लिहाजा इसमें व्यस्त होने से बॉलीवुड फिल्में तो छूटनी ही थीं.