राजकुमार राव अपनी अदाकारी में वैरायटी लाने के लिए जाने जाते हैं. पत्रकार, टीचर और गैंगस्टर की भूमिका निभा चुके राव अब ब्रिटेन में जन्मे एक खुंखार आतंकी के रोल में दिखेंगे. उनकी अगली फिल्म का नाम है ओमेर्टा.
हंसल मेहता की ये फिल्म पहले ही कई फिल्म फेस्टिवल्स में सराही जा चुकी है. अब ये देशभर में 20 अप्रैल को रिलीज होगी. ‘Omerta: A Brief History of Terrorism आतंकवाद पनपने की कहानी है.
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ये आतंकी अहमद उमर सईद शेख़ की असल कहानी पर आधारित है. शेख ने 2002 में वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार डेनियल पर्ल को पाकिस्तान में किडनैप करवाया और उनकी हत्या कर दी गई थी. उसी साल अदालत ने उमर को मौत की सज़ा सुनाई लेकिन 16 साल बाद भी उसे फांसी नहीं दी जा सकी है और वो आज भी जिंदा है. उमर की कहानी अविश्वसनीय है. पाकिस्तान मूल का उमर लंदन में पैदा हुआ. लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में एडमिशन हुआ. लेकिन ये पढ़ाई छोड़ दी. वहां से वो चरमपंथ के रास्ते निकल गया.
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1999 में जब इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 814 को हाइजैक करके कंधार ले जाया गया था और हरकत-उल-मुजाहिदिन के जिन तीन आंतकियों को भारतीय जेलों से छुड़वा लिया गया था उनमें से एक ओमर भी था. बाद में सितंबर 2001 में अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में विमानों के जो हमले हुए उनमें भी ओमर का नाम आया.
उमर के बारे में कहा जाता है कि वो एक ब्रिटिश इंटेलिजेंस ऑफिसर था जिसे ओसामा बिन लादेन और अन्य इस्लामी आतंकी समूहों के अंदर तक पहुंचाने के लिए ब्रिटेन और अमेरिका की एजेंसियों ने यूज़ किया. पाकिस्तान की ISI से भी उसके संबंध बताए जाते हैं. पाकिस्तान के पूर्व-राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ ने अपनी आत्मकथा ‘इन द लाइन ऑफ फायर’ में ओमर के डबल एजेंट होने का ज़िक्र किया है.