टीवी के सबसे पॉपुलर शो रामायण में श्री राम और सीता का विवाह हो चुका है. अगर आप इस शो के लेटेस्ट एपिसोड को मिस कर गए हैं. तो पढ़िए हमारी अपडेट.
राम के शिवधनुष तोड़ने की खबर सुनने के बाद राजा दशरथ, राजा जनक से मिलने के लिए मिथिला आए. उनके साथ भरत और शत्रुघ्न भी थे. राजा जनक ने उनका स्वागत किया. इसके बाद लक्षमण ने श्रीराम को बताया कि मिथिला में उनके पिता और भाई भरत और शत्रुघ्न साथ पधारे हैं.
फिर महर्षि विश्वामित्र के साथ श्रीराम और लक्ष्मण अपने पिता और भाइयों से मिलने जाते हैं. राजा दशरथ अपने दोनों बेटों को देख खुश हो जाते हैं. राजा दशरथ श्रीराम से पूछते हैं कि क्या तुम्हें अयोध्या और घर की याद आती थी? इसपर श्रीराम कहते हैं बहुत याद आती थी, लेकिन आपने जिस कार्य पर भेजा था वो भी करना आवश्यक है. ऐसे में राजा दशरथ अपने पुत्र श्रीराम की प्रशंसा करते हैं.
हो गया राम-सीता का विवाह
राजा जनक की सभा में राजा दशरथ, सभी महर्षि, श्रीराम, लक्ष्मण, शत्रुघ्न और भरत सभी विवाह के संबंध में विचार विमर्श करते हैं और पत्रिकाएं मिलाई जाती हैं. श्रीराम का सीता से और लक्ष्मण का उर्मिला से विवाह तय होता है इतना ही नहीं बातचीत के दौरान भरत और शत्रुघ्न का विवाह कुशक्त की पुत्री मांडवी और सुतकीर्ति से तय होता है.
अब चारों भाइयों की बारात एक साथ मिथिला आएगी और ये बात महाराज दशरथ संदेश में भेजते हैं कि चारों भाइयों के विवाह एक साथ होंगे. समाचार सुनकर माता कैकई फूले नहीं समातीं और खुशी-खुशी मंथरा को बताती है कि चारों भाइयों का विवाह एक साथ होने जा रहा है और यही बात कैकई कौशल्या को भी शुभ समाचार के रूप में देती है.
लॉकडाउन में दोस्त संग BMW की सवारी, मॉडल पूनम पांडे गिरफ्तार
तभी मंथरा महारानी कैकई को कौशल्या के खिलाफ भड़काती है और कहती है तुम सिर्फ अपने बेटे भरत के बारे में सोचो. उधर मिथिला में शुरू होती है विवाह की तैयारी. सीता, उर्मिला, मांडवी और सुतकीर्ति का दुल्हन श्रृंगार होता है और इतने में चारों भाइयों की बारात मिथिला पहुंच जाती है. इसकी चकाचौंध देखने लायक होती है. रीति रिवाजों के साथ होता है श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न का स्वागत.
विदेश में पढ़ाई कर रहे इरफान खान के बेटे, क्या फिल्मी दुनिया में रखेंगे कदम?
फिर पूरे रीति रिवाजों के साथ शुरु होता है शुभविवाह, जिसमें देवी सीता और श्रीराम लेते हैं सात फेरे. श्रीराम और देवी सीता के विवाह में सभी भगवान इंसानी रूप लेकर उनके शामिल होते हैं. साथ ही मांडवी, उर्मिला और सुतकीर्ति का विवाह भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न के साथ हो गया है.
इनपुट- पूजा त्रिवेदी