रणवीर सिंह ने आमिर से कहा कि मैं एक्टर नहीं बल्कि हिंदी फिल्मों का हीरो बनना चाहता था. मौका था 'इंडिया टुडे अनफॉरगेटेबल' का जहां आमिर खान और रणवीर सिंह दोनों ही अपनी फिल्मी करियर पर खुलकर बात कर रहे थे.
आमिर, रणवीर से जानना चाहते थे कि नॉन फिल्मी बैकग्रांउड से होने के बावजूद भी इंडस्ट्री में ये मुकाम कैसे हासिल किया? जिसके जबाव में रणवीर ने कहा, 'जितना मुझे याद है मैं एक्टर नहीं बनना चाहता था. मैं सिर्फ हिंदी फिल्मों का हीरो बनना चाहता था. ना ही हॉलीवुड, ना ही ऑफ बीट फिल्में, सिर्फ मेनस्ट्रीम हिंदी फिल्में ही मुझे आकर्षित करती थीं.'
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रणवीर ने कहा, 'फिल्म इंडस्ट्री से ना होते हुए यहां अपनी एक जगह बनाना किसी के लिए भी काफी मुश्किल है. साल 2000 में इंडस्ट्री में बहुत भाई-भातीजावाद था, ऐसे में एक मौका मिलना काफी मुश्किल था. इसलिए ये रास्ता छोड़कर क्रिएटिव राइटिंग की तरफ चला गया. क्रिएटिव राइटिंग सीखने के लिए विदेश गया.'
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'विदेश से लौटकर कई एक्टिंग क्लासेस ज्वाइन की, थिएटर किया. असिस्टेंट डायरेक्टर भी बना लेकिन कुछ नहीं हुआ. तभी एक दिन यशराज फिल्म से एक कॉल आई की उन्हें फिल्म के लिए एक नए लड़के की तलाश है. बस वहीं से ये सफर शुरू हो गया.'