एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मामले में अब सीबीआई जांच शुरू हो गई है. गुरुवार को रिया चक्रवर्ती की कॉल डिटेल्स भी सामने आई हैं जिनको देख कई चौंकाने वाली बाते पता चली हैं. सुशांत सिंह राजपूत के वकील विकास सिंह भी रिया की कॉल डिटेल्स को देख कई तरह के सवाल उठा रहे हैं. रिया के कॉल डिटेल्स सामने आने के बाद विकास सिंह ने आजतक से खास बातचीत की है.
विकास सिंह ने सुशांत मामले में तीन पहलुओं पर जोर दिया है. उन्होंने रिया की कॉल डिटेल्स से लेकर उनके दोस्त सिद्धार्थ पिठानी पर कई तरह के सवाल खड़े किए हैं. बात अगर रिया की कॉल डिटेल्स की करें तो इस पर रिएक्ट करते हुए सुशांत के वकील बताते हैं- जो कॉल डिटेल सामने आई हैं उससे पता चलता है कि 8 तारीख से लेकर 14 तारीख के बीच रिया और सुशांत के बीच कोई बातचीत नहीं हुई थी बल्कि रिया ने उनको ब्लॉक कर दिया था. इससे पता चलता है कि सुशांत सिंह किस मानसिक स्थिति में थे और यही हमारी FIR में भी है.
रिया, सुशांत को छोड़कर चली गई थीं?
सुशांत के वकील ने इस बात पर फिर जोर दिया है कि रिया चक्रवर्ती एक्टर को कंट्रोल किया करती थीं. रिया का सुशांत की जिंदगी में काफी हस्तक्षेप था. इस बारे में वे बताते हैं- रिया पूरी तरह से सुशांत सिंह को कंट्रोल करती थी और अचानक से उनका गायब हो जाना सुशांत के लिए मानसिक पीड़ा की वजह बन गई. वकील का ये बयान काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि ये बात कही गई थी सुशांत सिंह राजपूत डिप्रेशन में चल रहे थे, लेकिन वजह अभी तक साफ नहीं है. ऐसे में हो सकता है यूं रिया का सुशांत से दूर जाना एक्टर के दुख का कारण बना हो.
वैसे इंटरव्यू के दौरान सुशांत के वकील ने सुसाइड के तरीके पर भी सवाल खड़े किए हैं. विकास बताते हैं- इस मामले में दूसरी अहम बात यह है कि जिस पंखे से सुशांत की खुदकुशी की बात कही जा रही है उसकी पहुंच सुशांत के हाथों तक थी जबकि अमूमन खुदकुशी के केस में पंखा पहुंचकर बाहर होता है. अब मालूम हो कि कुछ ऐसी ही थ्योरी बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी दी थी. उन्होंने ने भी इसी तथ्य को आधार मानते हुए सुशांत की सुसाइड वाली बात को मानने से इनकार कर दिया था.
सिद्धार्थ पिठानी पर उठे सवाल
सुशांत केस में सिद्धार्थ पिठानी का नाम भी कई बार सामने आया है. सिद्धार्थ ने भी कई तरह के बयान दिए हैं. ऐसे में जब पिठानी के बारे में सुशांत के वकील से पूछा गया तो वे थोड़ा नाराज नजर आए. उन्होंने मुंबई पुलिस के रवैये पर सवाल खड़े करते हुए पूछा- पिठानी इस केस में सबसे अहम गवाह बन सकता है लेकिन उसको मुंबई पुलिस ने शहर छोड़कर जाने दिया जब प्रारंभिक जांच अभी चल रही है जिसमें यह पता लगाया जाना है की मौत की असली वजह क्या है.
इस समय सीबीआई के जूरिडिक्शन को लेकर भी विवाद चल रहा है. इस पर विकास सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा है- सीबीआई के जूरिडिक्शन को लेकर के अदालत का आदेश साफ है क्योंकि FIR बिहार में दर्ज हुई है और बिहार सरकार ने अनुमति दे दी है. ऐसे में सीबीआई को और किसी राज्य से मंजूरी लेने की जरूरत नहीं है. वहीं उन्होंने ये भी कहा है कि वे कोर्ट से इस मामले में और स्पष्ट आदेश की अपील करेंगे जिससे मुंबई पुलिस के पास किसी भी तरह का जस्टिफिकेशन ना बचे. विकास सिंह के मुताबिक ये सब सिर्फ इसलिए किया जा रहा है जिससे सुशांत सिंह राजपूत को न्याय मिल सके.