वर्ष 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों से जुड़े एक मामले में पांच साल की सजा पाए अभिनेता संजय दत्त के जेल जाने में अब कुछ ही दिन बचे हैं और ऐसे में वे इन दिनों फिल्म ‘पुलिसगिरी’ की शूटिंग पूरी करने में जोर-शोर से जुटे हुए हैं.
इस फिल्म के निर्माता टी पी अग्रवाल ने बताया कि संजय दत्त इन दिनों ‘पुलिसगिरी’ को पूरा करने में जुटे हुए हैं. अभी इस फिल्म के क्लाइमैक्स का फिल्मांकन बचा हुआ है, जो कमालिस्तान स्टूडियों में चल रहा है.
उन्होंने बताया, ‘फिल्म के एक एक्शन दृश्य का फिल्मांकन बाकी है. फिर हमें इस फिल्म की डबिंग भी करनी है. इन सब चीजों को पूरा करने में लगभग आठ से दस दिन लग जाएंगे.’ ‘पुलिसगिरी’ वर्ष 2003 में बनीं तमिल हिट फिल्म ‘सामी’ का रीमेक है. हिंदी में बन रही इस फिल्म का निर्देशन दक्षिण के मशहूर निर्देशक के एस रविकुमार कर रहे हैं. बॉलीवुड में यह उनकी पहली फिल्म है.
इस फिल्म में 53 वर्षीय संजय दत्त उम्र में उनसे काफी छोटी प्राची देसाई के साथ दिखेंगे.
सजा पाने के बाद गुरुवार को बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त पहली बार मीडिया के सामने आए. मीडिया से बात करते वक्त संजय दत्त इतने भावुक हो गए कि वो रो पड़े.
ब्लास्ट के बाद भी शकील के संपर्क में थे संजय दत्त
मीडिया से मुखातिब होते हुए संजय दत्त ने कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं और माफी के लिए कोई अपील नहीं करेंगे. इसके साथ उन्होंने यह भी साफ किया कि वह दिए हुए वक्त के अंदर सरेंडर करेंगे.
मुन्नाभाई को माफी के पक्षधर नहीं हैं अन्ना हजारे
संजय दत्त ने कहा कि यह मेरे लिए काफी मुश्किल वक्त है. मैंने माफी की अपील नहीं की है और ना ही करूंगा. मीडिया से बात करते वक्त उनकी बहन प्रिया दत्त भी मौजूद थीं. अपनी बात कहते कहते संजय दत्त अपनी बहन के गले लग कर रो पड़े.
क्या संजय दत्त को माफी मिलनी चाहिए?
भावुक संजय दत्त ने कहा, ‘आज मैं सबसे दुखी हूं, मैं दिए गए वक्त में अपना काम पूरा कर सरेंडर कर दूंगा.’ उन्होंने कहा कि मैं उन लोगों का आभारी हूं जिन्होंने मेरा साथ दिया. मैं अपने देश और यहां के लोगों से बेहद प्यार करता हूं. इसके बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि मुझे जेल जाने से पहले अपना काम खत्म करना है इसलिए मैं शांति चाहता हूं.
मीडिया को लिखे पत्र में छलका संजय दत्त का दर्द
संजय दत्त की मीडिया से मुलाकात के बाद प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मुझे नहीं पता कि संजय दत्त ने ऐसा क्यों कहा. कानून में सजा मिले व्यक्ति कि तरफ से माफी की अपील कौन करे इसका वर्णन नहीं है. राज्यपाल उन्हें माफ कर सकते हैं और मैं उनसे संजय दत्त और जैब्बुनिसा काजी को माफी देने की बात करूंगा.
पढ़िए जेल से लिखी संजय दत्त की चिट्ठी
माफी की मांग को लेकर उठा विवाद
काटजू इससे पहले भी संजय दत्त को माफी दिए जाने की वकालत कर चुके हैं. हालांकि उन्होंने तब कहा था कि वो संजय दत्त को व्यक्तिगत तौर पर नहीं जानते और ना ही उन्होंने पिछले 40 सालों से कोई फिल्म देखी है.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी संजय दत्त को माफ करने की मांग कर चुके हैं. इस सिलसिले में ही राज्यसभा सांसद अमर सिंह और जया प्रदा ने मंगलवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल के शंकर नारायणन से मुलाकात की थी. हालांकि संजय दत्त को माफी दिए जाने की मांग को लेकर विवाद पैदा हो गया. बीजेपी और शिवसेना ने इसका विरोध किया.
चिट्ठी में छलका था संजय दत्त का दर्द
मुंबई ब्लास्ट में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद संजय दत्त ने मीडिया को पत्र लिखा उसमें संजय दत्त का दर्द छलक के बाहर आया. संजय दत्त ने अपने पत्र में लिखा था, ‘मै 20 वर्षों से दर्द झेल रहा हूं और 18 महीने की सजा काट चुका हूं. अगर कोर्ट मुझे और सजा देना चाहता है तो मुझे भी इसके लिए मजबूत होना होगा. आज मेरा दिल टूटा है क्योंकि मेरे साथ मेरे तीनों बच्चों और पत्नी को भी सजा मिलेगी. मैंने हमेशा हमारी न्यायिक प्रणाली का सम्मान किया है और आज भी आंखों में आंसू के साथ इसका सम्मान कर रहा हूं. मैं अपनी सारी फिल्में पूरी करूंगा और किसी को परेशानी में नहीं डालूंगा. मैं फिल्म इंडस्ट्री के लोगों, मीडिया, मेरे शुभचिंतकों और अपने फैन्स का शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने मेरा हमेशा साथ दिया.’
क्या है पूरा मामला?
बीते जमाने के मशहूर अभिनेता सुनील दत्त के बेटे संजय दत्त को टाडा कोर्ट ने मुंबई ब्लास्ट केस में जुलाई 2007 में 6 साल की सजा सुनाई थी. संजय दत्त को अवैध रूप से एके-56 राइफल रखने का दोषी पाया गया था. बाद में टाडा के अंतर्गत लगाए गए आरोपों से संजय दत्त बरी हो गए थे और सीबीआई ने उसको चुनौती नहीं दी. इस दौरान संजय दत्त ने जेल में 18 महीने बिताए हैं. देश की आर्थिक राजधानी कहलाने वाली मुंबई में 12 मार्च 1993 को सिलसिलेवार 12 धमाके हुए थे, जिसमें 257 लोगों की मौत हुई थी.