बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान ने अभिषेक कपूर निर्देशित फिल्म केदारनाथ से डेब्यू किया था. उस वक्त करोड़ों लोगों की नजर इस स्टार किड पर थीं लेकिन सारा खुद को बॉक्स ऑफिस पर साबित कर पाने में कामयाब रहीं. सारा बॉलीवुड के दिग्गज सितारे सैफ अली खान और करीना कपूर खान की बेटी हैं और इन दिनों नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) का मुद्दा गरमाया हुआ है.
सारा ने एक मैगजीन से बातचीत में नेपोटिज्म पर खुलकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि एक स्टारकिड होने का एक बड़ा फायदा ये होता है कि आपकी उन बड़े लोगों से सीधी रीच होती है जिनकी किसी और से शायद नहीं हो. सारा ने कहा, "मैं जाहिर तौर पर ये बात मानती हूं कि इंडस्ट्री में लोगों को जानना आपकी मदद करता है. ये एक ऐसा तथ्य है जिससे मैं इनकार नहीं कर सकती हूं."
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बता दें कि सारा ने अभी बॉलीवुड में सिर्फ दो फिल्में की हैं. पहली फिल्म उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत के साथ की थी और दूसरी फिल्म उन्होंने रणवीर सिंह के साथ की. दोनों ही फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार बिजनेस किया. सारा का बॉलीवुड में लॉन्च बेहतरीन रहा है और अब फैन्स को उनकी अगली फिल्म का इंतजार है.
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सारा ने नेपोटिज्म पर कहा, "मैं बिना कोई भी फिल्म किए करण जौहर को कॉल कर सकती हूं. मैं रोहित शेट्टी के ऑफिस जा सकती हूं. तो ये स्टार किड होने के कुछ ऐसे फायदे हैं. जिनसे मैं पूरी तरह अवगत हूं" उन्होंने कहा, "इसके अलावा एक तरह की प्रोटेक्शन होती है जिसका हम आनंद लेते हैं. पर ये कोई ऐसी चीज नहीं है जो हमने मांगी, जिसे हमने चुना, और इसका मतलब ये नहीं है कि हम कम मेहनत करते हैं और रास्ता आसान होता है."
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बता दें कि करण जौहर को बॉलीवुड में नेपोटिज्म का फ्लैग बियरर माना जाता है और कंगना रनौत शुरू से ही इसका खुल कर विरोध करती रही हैं. कंगना और करण कई बार अप्रत्यक्ष रूप से इन मामलों पर एक दूसरे के खिलाफ बयान देते रहे हैं.